धरतेरस आज, खरीदारी को लेकर सजा बाजार
छपरा(सारण)। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि यानी 12 नवंबर को धनतेरस है। इसको लेकर बाजार पर त्योहार का रंग चढ़ गया है। बर्तन बाजार से लेकर सर्राफा बाजार व इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की दुकानें सज गई हैं। धनतेरस पर बाजार में बंपर कारोबार होने की उम्मीद है। इसे लेकर कारोबारियों में उत्साह है। फुटपाथ से लेकर शो रूम को ग्राहकों के स्वागत में रंग-बिरंगी बल्बों से सजाया गया है। दुकानों के आगे गेट भी बनाये गए हैं। गुरुवार की सुबह से ही दुकानों में रौनक बढ़ जाएगी।
बर्तन की खुलीं अस्थायी दुकानें
इस वर्ष धनतेरस पर बर्तन बाजार भी उछाल मार रहा है। धनतेरस पर सबसे ज्यादा बिक्री बर्तनों की होती है। इसकों लेकर बर्तन की अस्थायी दुकानें भी शहर में खुल गई हैं। शहर के विभिन्न चौक- चौराहे पर बर्तन की दुकानें एक दिन पहले से ही सज गई हैं।
ऑटोमोबाइल व सर्राफा बाजार तैयार
धनतेरस में ऑटोमोबाइल व सर्राफा बाजार में बंपर खरीदारी होने के आसार हैं। इसकों लेकर सर्राफा बाजार चमक रहा है। ऑटोमोबाइल बाजार में भी उत्साह है। वैसे सर्राफा बाजार में धनतेरस की खरीदारी पर कई तरह के ऑफर भी ग्राहकों को मिल रहे हैं। धनतेरस पर हजार गाड़ियां एक साथ सड़कों पर उतरेंगी।
मोबाइल व टैबलेट बाजारों में भी रौनक
धनतेरस पर सबसे ज्यादा युवा मोबाइल व टैबलेट की खरीदारी करेंगे। इसको लेकर मोबाइल कंपनियों ने हर रेंज के मोबाइल बाजार में उतारे हैं। कॉलेज बाजार में स्मार्ट फोन कई रेंज उपलब्ध हैं। वहीं गृहणियों की पहली पसंद टीवी, फ्रिज, वॉशिग मशीन है जिसे लेने की तैयारी कर रही है।
धनतेरस के दिन पीतल खरीदने का विशेष महत्व
ऐसी मान्यता है कि धनतेरस के दिन ही समुंद्र मंथन में भगवान धनवतरी अमृत कलश लेकर निकले थे। वह अमृत कलश पीतल का था। इसलिए पीतल भगवन धनंवतरी की धातु मानी जाती है। पीतल खरीदने से घर में आरोग्य, सौभाग्य एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से शुभ होता है। इस दिन कई क्षेत्रों में यमदेव की पूजा की जाती है। यमदेव की पूजा करने से घरों में असामयिक मृत्यु नहीं होती है। पंडित अनित शुक्ल ने बताया कि धनतेरस के दिन पीतल एवं चांदी खरीदने से भाग्य प्रबल होता हैं। घर में धन समृद्वि बढ़ती है। है। झाड़ू देवी लक्ष्मी जी का प्रतीक है जो घर से दरिद्रता, अलक्ष्मी को दूर भगाता है। धनतेरस के दिन घर में नया झाड़ू खरीद कर लाना चाहिए।
राशि के हिसाब से करें खरीदारी
मेष : पीतल, स्टील बर्तन, कांस्य प्रतिमा वृष : चांदी, श्रृंगार प्रसाधन के सामान, पीतल मिथुन : तांबा, लोहा, लक्ष्मी-गणेश की कांसे की प्रतिमा
मर्क : चांदी की चेन, स्टील, फ्रीज
सिंह : पीतल, फ्रीज, एक्यूरियम
कन्या : पीतल, गणेश प्रतिमा, इलेक्ट्रॉनिक के सामान तुला : चांदी, श्रृंगार के समान, हीरे की अंगूठी वृश्चिक : तांबा, वाहन, पीतल के बर्तन
धनु : पीतल, कांस की प्रतिमा, मकर : स्टील के समान, आलमीरा,
कुंभ : पीतल, आलमीरा
मीन : कांसा, पीतल के बर्तन, पढ़ने का मेज धनतेरस का शुभ मुहूर्त
पंडित अनुज उपाध्याय एवं रामाशंकर उपाध्याय ने बताया कि धनतेरस में शुभ मुहूर्त में खरीदारी करने से इसका लाभ अधिक मिलता है। उन्होंने बताया कि धनतेरस के दिन सुबह 4:32 से रात दो बजे तक का समय किसी भी खरीदारी के लिए शुभ है। उसके अलावा शुभ चौघड़िया सुबह 09:23 से 10:47 तक कुंभ लग्न दोपहर 12:10 से 04:01 तक, चर-चौघड़िया दोपहर 01:34 से 02:58 वृषण लग्न रात्रि 07:14 से 09:14 तक, अमृतचौघड़िया शाम 04:22 से 05:45 तक शुभ मुहूर्त है, जिसमें सोना व चांदी का सिक्का, वाहन, बर्तन समेत अन्य सामान की खरीदारी करना शुभ है।


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