मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग को सुदृढ़ करने के लिए एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण
- केयर इंडिया के द्वारा दिया गया प्रशिक्षण
- मातृ मृत्यु दर की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग के लिए विभाग संकल्पित
- प्रथम सूचना देने वाली आशा को मिलेगा प्रोत्साहन राशि
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मुहिम शुरू कर दी है। मातृ मृत्यु दर की शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग के लिए एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं को क्षमता वर्धन किया जा रहा है। इसी कड़ी अमनौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एएनएम को मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक आदित्य राज और स्वास्थ्य प्रबंधक शिवकुमार के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें राज्य स्वास्थ्य समिति से जारी प्रपत्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। आशा एवं एएनएम को मेटरनल डेथ सर्विलांस एंड रिस्पांस(एमडीएसआर) कार्यक्रम के प्रपत्र फार्म के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। सभी एएनएम को यह निर्देश दिया गया कि क्षेत्र में मातृ मृत्यु की सूचना शत-प्रतिशत दी जाये। वैसी मातृ तथा शिशु मृत्यु जिसकी रोकथाम की जा सकती है, को शून्य करने के उदेश्य से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत भारत सरकार ने सुमन कार्यक्रम की शुरूआत की है। कार्यक्रम का लक्ष्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थान में आने वाली सभी महिलाओं और शिशुओं को अनिवार्य रूप से सम्मानपूर्ण तथा उच्व्च कोटी की स्वास्थ्य सेवाएं बिना किसी खर्च के उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है। इसके अंतर्गत सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सेवाओं के लिए लाभार्थी को किसी भी तरीके से मना नहीं किया जा सकता है। एएनसी, एचबीएनसी, सुरक्षित प्रसव, “0” डोज टीकाकरण, स्तनपान में सहयोग, आवागमन के लिए मुफ्त रेफरल की सुविधा, जन्म प्रमाण पत्र वितरण, प्रसव पश्चात परिवार नियोजन के लिए सलाह तथा निर्धारित समय सीमा के अंदर के कॉल सेंटर के माध्यम से सभी शिकायतों का निवारण सुनिश्चित किया जाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।
मातृ मृत्यु की सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता दी जायेगी प्रोत्साहन राशि:
केयर इंडिया बीएम आदित्य राज ने बताया कि मातृ मृत्यु की सूचना को बढ़ावा एवं सुनिश्चित करने के उदेश्य से सरकार ने सुमन कार्यक्रम के तहत प्राइमरी रिस्पोंडेंट को प्रति मातृ-मृत्यु की सूचना देने पर 1000 रूपये की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया है। प्राथमिकता के आधार पर प्राइमरी रिस्पोंडेंट के रूप में आशा को प्रोत्साहित किया जाना है। ऐसे सूचना देने पर आशा कार्यकर्ताओं को 200 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
चार माध्यमों से दी जायेगी सूचना:
- 104 नंबर पर कॉल के माध्यम से
- वेब पोर्टल के माध्यम से
- एसएमएस के द्वारा बीएचएम व एमओआईसी को
- स्वास्थ्य संस्थान के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से मिलकर
सूचना मिलने पर टीम करेगी जांच:
मातृ-मृत्यु की सूचना प्राप्त होने के बाद संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा जांच के पश्चात मातृ-मृत्यु की सूचना को सत्यापित किया जायेगा। इसके बाद प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मातृ-मृत्यु की प्रथम सूचना देने वाले को भी सत्यापित करेंगे। जिसके बाद प्रोत्साहन की राशि देय होगी। यह प्रोत्साहन राशि आशाओं को अन्य कार्यक्रमों की अन्तर्गत दी जा रही राशि की तरह ही प्रदान की जायेगी। जिसका भुगतान प्रखंड स्तर से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड लेखापाल के सत्यापन के बाद देय होगा।
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