राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

इसुआपुर में बीडीओ व बीडीसी ने एक दुसरे का बाल पकड़ कर की पिटाई

इसुआपुर में बीडीओ व बीडीसी ने एक दुसरे का बाल पकड़ कर की पिटाई

  • बीडीओ का घेराव करने के मामले में एफआइआर दर्ज
  • बीडीओ ने बीडीसी पर लगाया मारपीट व दुर्व्यवहार का आरोप
  • बीडीसी ने बीडीओ पर दलित होने के कारण जाति सूचक गाली देने का आरोप लगाया
  • जिप सदस्य गीता, प्रखण्ड प्रमुख, मिथलेश राय सहित 21 नामजद 50- 60 अज्ञात पर प्राथमिकी

इसुआपुर (सारण) : प्रखंड प्रमुख और बीडीओ के बीच ‘अहंकार’ की लड़ाई रविवार को थाने पहुंचगयी। दोनों पक्षों ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। बीडीओ नीलिमा सहाय ने प्रखंड प्रमुख के साथ 21 लोगों को नामजद किया है। वहीं दलित महिला पंचायत समिति सदस्य ने बीडीओ और उनके एक सहयोगी को नामजद कराया है। प्रखंड प्रमुख के कार्यालय उद्घाटन के दौरान बीडीओ के नहीं पहुंचने पर पंचायत समिति सदस्यों ने बवाल काटा था और बीडीओ को शनिवार की देर रात तक बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में एसडीओ और एसडीपीओ के हस्तक्षेप के बाद बीडीओ को पंचायत समिति सदस्यों के कब्जे से मुक्त कराया गया। इसी मामले में दोनों पक्षों से इसुआपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। बताते चले कि इसुआपुर में वर्तमान कार्यकाल में दूसरे बार प्रमुख चुने गए मितेन्द्र प्रसाद राय के कार्यालय के उद्घाटन के दौरान बीडीओ नीलिमा सहाय नहीं पहुंची तो, पंचायत समिति के सदस्यों ने बीडीओ के कार्यालय कक्ष में ही ताला बंद कर दिया। घटना की सूचना बीडीओ ने एसपी और डीएम के साथ थानाध्यक्ष को दिया। मौके पर पहुंची पुलिस के समक्ष भी पंचायत समिति सदस्यों और प्रमूख समर्थकों ने जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। काफी मशक्कत के बाद बीडीओ के कार्यालय कक्ष का ताला खोला गया। फिर भी पंसस सदस्यों का बिरोध जारी रहा । पंचायत समिति सदस्यों ने बीडीओ को कार्यालय में ही बंधक बनाए रखा। घटना की सूचना पाकर देर रात पहुंचे एसडीओ विनोद तिवारी, डीएसपी इंद्रजीत बैठा ने लोगों को समझा बुझा कर शांत किया। वही इस मामले में बीडीओ ने अपने पत्रांक 1686 में थानाध्यक्ष को लिखा है कि अपने कार्यालय में 3 बजे काम कर रही थी 13 पंचायत समिति सदस्य के साथ जिला पार्षद गीता सागर राम व 50 – 60 की संख्या में अज्ञात लोग आकर कार्यलय में हंगामा करने लगे और गाली गलौज करने लगे। महिला पंचायत समिति सदस्य राजंती देवी ने बीडीओ के बाल पकड़ कर उन्हें मुक्का से मारी, जिसमे पंसस मनु कुमार, रंभा देवी, दीनानाथ रावत, संतोष साह,रानी देवी, मितेन्द्र प्रसाद यादव, मीणा देवी, कमलदेव सिंह, , रामन्ती देवी, गीता सागर राम, मिथलेश राय फेनहारा, हरेंद्र राय, राजकुमार महतो, अहमद शमीम ,चैत राय, गजेंद्र राय, मिथुन कुशवाहा, गणेश साह को नामजद किया है। वही इसी मामले में पंचायत समिति सदस्य राजंती देवी ने पुलिस को दिए अपने आवेदन में कहा है कि दोपहर 2 बजे वे बीडीओ के कार्यालय में पहुंच कर अपने योजना से सम्बंधित बातचीत करने पर बीडीओ ने अनमने ढंग से जबाब दी और कहा कि मुझे योजना से संबधित कोई जानकारी नही है। इसके बाद बीडीओ ने उनके बाल पकड़ कर मारपीट की और जातिसूचक गाली देकर अपने कार्यालय से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों की प्राथमिकी दर्ज की है और मामले की जांच कर रही है।

बीडीओ द्वारा प्रमुख के कार्यलय उद्घाटन की उपेक्षा से बढ़ा बवाल

इस मामले में पंचायत समिति सदस्य बलि का बकरा बन गये हैं और प्रमुख ने सचिव की हैसियत से बीडीओ को बुलाया, लेकिन बीडीओ को नागवार गुजरा तो, उद्घाटन कार्यक्रम में मिठाई खाने नहीं गयी। दरअसल पूरा मामला प्रखण्ड प्रमुख और बीडीओ के अहंकार का ही है। शनिवार को दोपहर प्रमुख के कार्यालय का उद्घाटन होना था। बीडीओ ने इसकी सारी तैयारी कर दी थी। परन्तु प्रमुख के द्वारा बीडीओ को उक्त अवसर पर शामिल होने का कोई कटसी कॉल नही किया गया। बीडीओ कार्यलय कक्ष के सामने उद्घाटन समारोह हो रहा था तो, बीडीओ विभागीय कार्य में उलझी रही। प्रमुख के बदले पंचायत समिति सदस्यों ने बीडीओ को बुलाया तो, उन्होंने जाने से मना कर दिया। प्रमुख समर्थकों का कहना था कि प्रमुख की सचिव बीडीओ हैं तो, उन्हें प्रमुख कक्ष में जितने बार बुलाया जाएगा, उन्हें आना होगा। परन्तु जब बीडीओ उद्घाटन में शामिल नही हुई तो, पंचायत सनीति सदस्यों ने इसे अपने ईगो पर लेकर उन्हें कार्यलय में बंधक बना दिया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने पर प्रमुख पक्ष ने दलित महिला सदस्य से बीडीओ के विरुद्ध भी प्राथमिकी दर्ज करा दी। मामला महज ईगो का ही है। प्रमुख और बीडीओ के अहम की लड़ाई मे पंचायत समिति सदस्य भी आरोपी बनाए गए हैं। जबकि प्रमुख का कार्यकाल महज एक साल ही शेष है।

You may have missed