‘भारत बंद’ का छपरा में दिखा व्यापक असर
रईश सुलेमान। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (बिहार)। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने 8 दिसम्बर को भारत बंद का आह्वान किया था। किसान संगठनों की इस अपील का असर पूरे बिहार में देखने को मिला। बिहार में राजद,सीपीआई,कांग्रेस और तमाम विपक्षी पार्टियों ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया था। जिसका व्यापक असर पूरे प्रदेश में देखने को मिला। राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में विपक्षी पार्टी कार्यकर्ताओं और इस बिल से नाराज लोगो ने कृषि बिल के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। पूरे दिन दुकाने समेत यातायात भी बाधित रही। इधर बिहार के छपरा में मंगलवार सुबह से ही राजद और सीपीएम के नेताओ ने अपने समर्थकों के साथ भारत बंद को सफल बनाने के लिये सड़को पर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान मुख्य विपक्षी पार्टी के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने छपरा-सिवान-गोपालगंज मुख्य सड़क पर ब्रह्मपुल के नजदीक टायर जला कर यातायात को पूरी तरह बाधित कर दिया। लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए। इसके साथ ही सिवान, गोपालगंज और अन्य जिलों का बस परिचालन पूरे दिन प्रभावित रहा। अपने हज़रो कार्यकर्ताओं के साथ सीपीएम और राजद के नेताओ ने शहर के नगरपालिका चौक पर जमकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। सीपीएम के मांझी से विधायक सत्येन्द्र राय ने कहा कि ये देश किसानों की है न कि अम्बानी-अडानी की। मोदी सरकार संसद के विशेष बैठक बुला कर तुरंत इन तीनो कृषि विरोधी कानूनों को रद्द करें। अन्यथा इस किसान आंदोलन के साथ ही मोदी सरकार की अस्तित्व भी समाप्त हो जाएगी। राजद से मरहौर विधायक जितेंद्र राय और राजद से एकमा विधायक श्रीकांत यादव ने भी सरकार से तुरंत इन कानूनों को रद्द करने की मांग की। मौके पर सुनिल राय प्रीतम यादव,जीलानी मोबिन,नसीम,आसिफ और हज़रो नाराज लोग सड़को पर कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।


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