पूर्व उपमुख्यमंत्री रामजयपाल सिंह यादव को जयंती पर किया सादर नमन
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
एकमा/रसूलपुर/सारण। 1979 में मेरी शादी हुई है और मेरी शादी में रामजयपाल सिंह यादव जी शरीक हुए थे। यह मेरी लिए गौरव की बात है और आज उनकी जयंती में शामिल होकर खुद को मैं सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ। उक्त बातें अपने संबोधन में जेपीयू के कुलपति प्रो. फ़ारूक़ अली ने कही। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का सम्बल है। हमलोग शिक्षा को अस्त्र-शस्त्र नहीं बोलते हैं। क्योंकि उसमें हिंसात्मक भाव का प्रतीत होता है। विश्वविद्यालय में किसी का जूता न घिसे यह मेरी कोशिश होगी। महापुरुष की जयंती में देर से पहुँचना कुकर्म के समान है। विदित हो कि बिहार के उपमुख्यमंत्री रामजयपाल सिंह यादव की 99वीं जयंती पर समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में जेपीयू के कुलपति प्रो. फ़ारूक़ अली तथा मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री उदित राय एवं बिहार विधानपरिषद सदस्य प्रो. वीरेन्द्र नारायण यादव मंच को सुसज्जित किए। कार्यक्रम की शुरुआत रामजयपाल जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई। माल्यार्पण के पश्चात कुलपति को अंगवस्त्र व स्मृतिचिह्न के साथ सम्मानित किया गया। साथ ही सभी सम्मानित अतिथियों को भी अंगवस्त्र देकर रामजयपाल महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सिद्धार्थ शंकर ने सम्मानित किया। कुलपति ने रामजयपाल महाविद्यालय के कर्मठ व विद्वान शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में विधान पार्षद डॉ. वीरेन्द्र नारायण यादव आदि अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। ज्ञातव्य हो कि इस साल रामजयपाल महाविद्यालय का स्वर्ण जयंती वर्ष (1971-2021) मनाया जा है। जिसके स्मारिका का विमोचन किया गया। इसकी जानकारी डॉ दिनेश पाल ने दी।


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