भारत-नेपाल बॉर्डर पर साजिश! राजनीतिक दलों की मांग-सील हो बिहार से लगी सीमा
पटना। भारत-नेपाल से लगी सीमा पर कुछ संदिग्ध गतिविधियों की खबर के बाद हड़कंप मच गया है। सशस्त्र सीमा बल यानी एसएसबी की तरफ से नेपाल से सटे बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में अलर्ट किया गया है। यह अलर्ट अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल नेपाल के रहने वाले जालिम मुखिया की गतिविधियों को लेकर किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जालिम मुखिया संदिग्ध कोरोना मरीजों को भारत भेजने की तैयारी में है। इस खबर के सामने आने के बाद प्रशासन की तरफ से सख्ती की बात कही जा रही है। लेकिन, दूसरी तरफ, बिहार के विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस ने कहा कि अब तक सीमाओं को क्यों नहीं सील किया गया ? कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने सवाल उठाते हुए कहा है कि जब पंद्रह दिन पहले ही नेपाल से लगी सीमा को सील करने की बात कही गई थी तो फिर ऐसा क्यों नहीं हुआ। बिहार सरकार अब तक क्यों नहीं जागी। साथ ही मिश्रा ने नेपाल के रास्ते कोरोना फैलाने के मामले को काफी गंभीर बताया।
कांग्रेस के बाद महागठबंधन में सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने भी इस मुद्दे को गंभीर बताया है। रालोसपा के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने मांग की है कि बिहार सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से ले और भारत-नेपाल सीमा को पूरी तरह से सील करे। कहा कि संदिग्ध घुसपैठियों को भारत में आने से रोकने की जरूरत है, लेकिन, इस मामले को धार्मिक रंग नहीं दिया जाए।
नेपाल सीमा पर साजिश रचे जाने को लेकर निशाने पर बिहार सरकार
आरजेडी की तरफ से प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह विषय काफी गंभीर और चुनौतीपूर्ण है, लिहाजा बिहार सरकार को इस मुद्दे पर अविलंब कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन, इस बात का भी खयाल रखने की जरूरत है कि बेवजह किसी खास संप्रदाय को परेशान न किया जाए। जबकि सत्ताधारी जेडीयू ने इस मामले में सख्त कदम उठाने की बात कही है। जेडीयू के प्रवक्ता राजीव रंजन ने नेपाल से आने वाले लोगों के स्वास्थ्य की पूरी जांच के बाद ही भारत की सीमा में आने देने की बात कही है। बिहार में कोरोना प्रभावित मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। वहीं जालिम मुखिया की इस साजिश का खुलासा होने के बाद पुलिस-प्रशासन और सख्त हो गया है। खास तौर से नेपाल से लगी बिहार की सीमा और उसके आस-पास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई है।
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