अभियान चलाकर पात्र लाभुकों को परवरिश योजना का लाभ दिलायें
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। सारण सभागार में आयोजित जिला बाल संरक्षण कमेटी एवं चाइल्डलाइन एडवाइजरी बोर्ड की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचन्द्र देवरे के द्वारा सारण जिले में किशोर न्याय अधिनियम एवं नियमावली तथा समाज कल्याण विभाग के जिला बाल संरक्षण इकाई के अंतर्गत संचालित विभिन्न संस्थानों की गतिविधियों, कार्यक्रमों तथा योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। सारण जिले में बाल देखरेख एवं संरक्षण के सभी 4 संचालित गृह, पर्यवेक्षण गृह, बालक गृह, बालिका गृह एवं विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान। जिलाधिकारी के द्वारा सभी गृहों में आवासीत बच्चों के मानसिक, शारीरिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों के सुचारू संचालन हेतु आवश्यक निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी के द्वारा जिले में पर्यवेक्षण गृह के नए भवन के निर्माण तथा वृहद आश्रय गृह के लिए भूमि के चयन के संबंध में जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि जिले में उपलब्ध सरकारी भूमि का संबंधित अंचल अधिकारी के साथ सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई और सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा स्वयं भ्रमण कर भौतिक सत्यापन कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाय। विभिन्न बाल देखरेख एवं संरक्षण गृहों में आवासित बच्चों के पठन-पाठन कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया और जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि संबंधित गृहों में संगीत, शारीरिक एवं सामान्य शिक्षकों की आवश्यकता अनुसार प्रतिनियुक्ति किया जाय। सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि सभी गृहों में नियमित अंतराल पर बच्चों के स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सकों की टीम गठित कर नियमित जांच एवं इलाज सुनिश्चित किया जाय।
जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा संचालित परवरिश योजना की विस्तृत समीक्षा की गई तथा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस को निर्देशित किया गया कि वह अपने स्तर से मिशन मोड में सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों एवं महिला पर्यवेक्षिका के माध्यम से जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के पोशक क्षेत्र मैं परवरिश योजना के अंतर्गत योग्यता रखने वाले संभावित लाभुकों का आवेदन प्राप्त कर अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से स्वीकृति करा लें तथा इस योजना की योग्यता रखने वाले शत-प्रतिशत लाभुकों को इसके लाभ से आच्छादित किया जा सके।
जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि परवरिश योजना एक बेहतरीन योजना है जिसमें अनाथ, कुष्ठ रोग से ग्रसित अथवा एचआईवी एड्स से प्रभावित बालक या माता पिता के बच्चे को एक हजार रूपये का लाभ उनके 18 वर्ष तक की उम्र तक नियमित रूप से दिया जाता है। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र के सेविका, सहायिका, महिला पर्यवेक्षिका, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस अथवा सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई मोबाइल नंबर 86519 26396 पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त की जा सकती है और विहित प्रपत्र में आवेदन अपने संबंधित आंगनवाड़ी केंद्र पर जमा किया जा सकता है। आंगनवाड़ी सेविका से प्राप्त आवेदन पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी से स्वीकृति प्राप्त करेंगे तत्पश्चात जिला बाल संरक्षण इकाई के स्तर से इसकी आंकड़ों का प्रविष्टि किया जाएगा और राज्य सरकार द्वारा डीबीटी के माध्यम से ₹1000 प्रति माह का लाभ संबंधित लाभुकों को सीधे डीबीटी के माध्यम से उसके बैंक खाते में प्रेषित किया जाएगा। बैठक में जिलाधिकारी के साथ अध्यक्षा जिला परिषद, मीणा अरूण, अपर समाहर्ता विभागीय, सिविल सर्जन, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, सचिव जिला विधि सेवा प्राधिकार सारण, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल संरक्षण पदाधिकारी, विभिन्न बाल देखरेख एवं संरक्षण संस्थानों के अधीक्षक, प्रभारी अधीक्षक, प्रभारी अधीक्षिका , समन्वयक एवं चाइल्डलाइन के प्रतिनिधिगण उपस्थित थें।
More Stories
नगरा में छात्र का गला दबाकर हत्या, खेत में मिला शव
ससुराल आये युवक को मिला शव, जहर देकर हत्या की आशंका
पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री का छपरा में चुनावी दौरा व जनसंपर्क