- 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने से उतराखंड के चमोली के तपोवन में हादसा के हुए थे शिकार
- आधार कार्ड व कम्पनी की आईकार्ड से हुई शव की शिनाख्त
- तपोवन बिजली प्रोजेक्ट में कार्यरत थे
छपरा (सारण)। मांझी प्रखंड के दाउदपुर थाना इलाके के बरवां नत्था सिंह के टोला निवासी एक पीड़ित परिवार वाले जिस अनहोनी की आशंका से परिजन चिंतित व आशंकित थे, आखिरकार वही सच हुआ। विगत 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से हुई भीषण त्रासदी में तपोवन बिजली प्रोजेक्ट में कार्यरत दाउदपुर थाना क्षेत्र के बरवां नाथा सिंह के टोले के 46 वर्षीय मुन्ना सिंह का शव 13 दिन बाद रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा शनिवार की रात बरामद कर लिया गया। उनकी पहचान आधार कार्ड व कम्पनी के आई कार्ड से हुई। वहीं उनके पॉकेट से मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। हाथ की एक अंगुली में लोहे की अंगूठी मिली है। दुःखद घटना की जानकारी मिलने के बाद एक बार फिर परिजनों में हाहाकार मच गया है। स्व. विन्देश्वरी सिंह के 46 वर्षीय पुत्र मृतक मुन्ना कुमार सिंह की पत्नी ममता देवी का जहां रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं बेटी आरजू सिंह, काजल, मनीषा व पुत्र लक्ष्य कुमार के आंख से भी आंसू नही सुख रहे। बता दें कि विगत 7 फरवरी को हुई त्रासदी के पूर्व मुन्ना कुमार सिंह फोन पर परिजनों से बात कर रहे थे। तभी फोन कट गया और बंद बताने लगा। उसके बाद टेलीविजन सहित विभिन्न माध्यमों से उत्तरांचल में दिल दहला देने वाली घटना की जानकारी मिली।ईश्वर की चमत्कार की आस में तब से परिजनों को उनके सुरक्षित मिल जाने का इंतजार था। मगर होनी को कुछ और ही मंजूर था। परिजनों ने बताया कि शव को गांव पर लाने के कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उधर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष शिव बालक सिंह ने सरकार से पीड़ित परिवार को अविलम्ब इंदिरा आवास व आपदा अनुग्रह राशि मुहैया कराने की बात कही है।


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