राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
सहरसा (बिहार)। जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बुधवार को सहरसा नगर परिषद क्षेत्र में अवस्थित मत्स्यगंधा झील के किये जा रहे सौदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि मत्स्यगंधा झील की सौंदर्यीकरण का कार्य शीघ्र पूरा करें।इसके सौंदर्यीकरण के उपरांत काफी संख्या में स्थानीय एवं पर्यटक यहां आएंगे एवं यह पूर्व की भांति सबसे प्रमुख आर्कषण का केन्द्र व जिले के पहचान के रूप में विकसित होगा। उन्होंने प्रभारी कार्यपालक अभियंता सह अधीक्षण अभियंता लघु सिंचाई एवं संवेदक से कार्य की प्रगति की स्थल पर जाकर समीक्षा की। मालूम हो कि जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत मत्स्यगंधा झील के जीर्णोद्धार के तहत अर्थवर्क का कार्य पूरा हो चुका है। मत्स्यगंधा झील के सौंदर्यीकरण योजना के अंतर्गत झील के तीन तरफ आठ फीट की चौड़ाई में पेभर ब्लॉक लगाने का कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी द्वारा तेजी से कार्य को अंजाम देते हुए आगामी 15 मार्च तक सौंदर्यीकरण के अंतर्गत पेभर ब्लॉक कार्य को पूरा करने का निर्देश दिया। झील के चारों तरफ बने मार्ग से ट्रेक्टर एवं वाहनों के परिचालन के क्रम में लगाये जा रहे पेभर ब्लॉक की सुरक्षा के लिए 50 मीटर की दूरी के अंतराल पर प्रतिरोधक के रूप में आयरन गार्ड पोर्ट लगाये जाने का निर्देश दिया। अधीक्षण अभियंता सह कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मूल प्राक्कलन में आयरन गार्ड का प्रावधान नहीं था। प्राक्कलन को संशोधित कर सक्षम प्राधिकार को अनुमोदन के लिए भेजा गया है। झील के चारों ओर ढ़लान में जहां-जहां रेनकट या स्लोप सुव्यवस्थित नहीं है उसे सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया।झील से लगे सड़क से वर्षा का जल झील में ना जाएं एवं इस कारण स्लोप को रेनकट से सुरक्षा के लिए झील के चारों किनारे पेभर ब्लॉक के कटिंग से प्राप्त मिट्टी को किनारे-किनारे लगाते हुए थोड़ी उँचाई का डोवेल बनाये जाने का निर्देश दिया। संसाधन विभाग द्वारा मत्स्यगंधा झील में जल की उपलब्धता के लिए बनाये गये कैनाल के कई जगह अवरूद्ध रहने को लेकर जिलाधिकारी ने जल संसाधन विभाग को उक्त केनाल की मरम्मति कराते हुए ब्लॉकेज दूर करने का निर्देश दिया।जिससे कैनाल के माध्यम से जलाशय में जल की समूचित उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।साथ ही झील के चारों ओर पीसीसी के निर्माण के लिए निर्देश दिया। मत्स्यगंधा झील के चारों ओर पेड़-पौधे एवं हरित आवरण अधिष्ठापन वन प्रमंडल सहरसा के द्वारा किये जाने का प्रस्ताव है। निरीक्षण के मौके पर प्रभारी कार्यपालक अभियंता सह अधीक्षकण अभियंता शशिभूषण चौधरी, सहायक एवं कनीय अभियंता लघु सिंचाई विभाग एवं सौंदर्यीकरण कार्य कर रहे संवेदक मौजूद थे।
More Stories
गर्भवती माताओं की सम्पूर्ण देखभाल हमारी नैतिक जिम्मेदारी-सिविल सर्जन
उच्च जोखिम गर्भावस्था से बचना जरूरी, नियमित कराएं जांच
बिहार में कालाजार उन्मूलन अभियान हुआ शुरू