नई दिल्ली, (एजेंसी)। एक मार्च से देश में बैंकिंग, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कई अहम बदलाव लागू होंगे। इनका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ेगा। आइए इन बदलावों पर नजर डालें- एक मार्च से शुरू हो रहे तीसरे चरण के कोरोना टीकाकरण के तहत 60 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 पार लोगों को भी वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी हॉस्पिटल में भी टीकाकरण किया जाएगा। हालांकि, निजी अस्पतालों में यह निशुल्क नहीं होगा। बुजुर्गों और बीमारों को को-विन सहित अन्य ऐप के अलावा टीकाकरण केंद्र पर भी पहुंचकर पंजीकरण कराने की सुविधा मिलेगी। सोमवार से विजया बैंक और देना बैंक के पुराने आईएफएससी कोड नहीं काम करेंगे। बैंकिंग लेन-देन के लिए ग्राहकों को नए आईएफएससी कोड का सहारा लेना पड़ेगा। दरअसल, साल 2019 में विजया बैंक और देना बैंक का विलय बैंक आॅफ बड़ौदा में हो गया है। इस विलय के बाद दोनों बैंकों से जुड़े लोग बैंक आॅफ बड़ौदा के ग्राहक बन गए हैं। बैंक आॅफ बड़ौदा से नए एमआईसीआर कोड वाली चेक-बुक 31 मार्च 2021 तक हासिल की जा सकेगी। 1 मार्च से एसबीआई के ग्राहकों को अपने केवाईसी करवाना अनिवार्य होगा। जो ग्राहक यह काम नहीं करेंगे, उनके खातों में सब्सिडी जैसी सरकारी योजनाओं की राशि जमा नहीं हो पाएगी। इस बारे में देश के सबसे बड़े इस बैंक ने पहली ही आदेश जारी कर दिया है। आयकर विभाग ने प्रत्यक्ष कर विवाद समाधान योजना ‘विवाद से विश्वास’ योजना के तहत विवरण देने की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च कर दी है। वहीं, अतिरिक्त कर राशि के भुगतान के लिए 30 अप्रैल तक की मोहलत देने का फैसला किया गया है। पहले ‘विवाद से विश्वास’ योजना के तहत घोषणा करने की अंतिम तारीख 28 फरवरी थी, जबकि विवादित कर राशि के भुगतान के लिए 31 मार्च की अवधि तय की गई थी। एक मार्च से देश के तीन राज्यों में प्राथमिक स्कूल पूरी तरह से खुल जाएंगे। उत्तर प्रदेश और बिहार में जहां सरकार ने कक्षा एक से पांच तक की सारी कक्षाएं बहाल करने का फैसला किया है। वहीं, हरियाणा में कक्षा एक और दो के लिए भी नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। राज्य में कक्षा तीन से पांच तक के छात्रों के लिए स्कूल पहले ही खोले जा चुके हैं। कोरोना संक्रमण के चलते मार्च 2020 से ही स्कूल बंद चल रहे थे।


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