पटना: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में लगातार सीटों की संख्या घटती जा रही है। वहीं, इस परीक्षा के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ रहा है। सीटों की संख्या घटने से यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों में काफी निराशा है। आवेदकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आयोग की ओर से नए सत्र सिविल सेवा परीक्षा 2021 के लिए गुरुवार से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 24 मार्च 2021 तक है। अगर आंकड़े को देखा जाए तो जहां वर्ष 2014 में 1291 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। वहीं 2021 में घटकर 712 पर आ गई है। यह संख्या प्रत्येक साल घटती जा रही है। इन आठ वर्षों में साल 2018 में 782 पद और 2019 में 927 पदों के लिए परीक्षा हुई थी। सिविल सेवा 2020 में 796 पदों पर वैकेंसी निकली।
इधर, प्रतियोगिता परीक्षा विशेषज्ञ डॉ. एम रहमान ने बताया जिस हिसाब से बेरोजगारी बढ़ी है, उस हिसाब से वैकेंसी नहीं है। लॉकडाउन जैसी स्थिति के बाद भी अगर वैकेंसी आ रही है तो छात्रों इतने ही पदों के लिए तैयारी में जुट जाना चाहिए। मौका नहीं गवाना चाहिए।
यूपीएससी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) , भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस), भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) समेत की तरह की सिविल सेवओं के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए प्रतिवर्ष तीन चरणों में प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार सिविल सेवा परीक्षा आयोजित कराती है। इस भर्ती परीक्षा में हर साल करीब 8 लाख युवा बैठते हैं। किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएट व्यक्ति इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
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