- 50 से अधिक कमरे के खिड़की दरवाजे के पीछे तोड़े
- कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति पर किया नियंत्रण
संजय पाण्डेय की रिर्पोट। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। जयप्रकाश विश्वविद्यालय के नियंत्रणाधीन लोकनायक जयप्रकाश इंजीनियरिंग कॉलेज में शुक्रवार की मध्यरात्रि 2:00 बजे के बाद अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया तथा छात्रों के दो गुट आपस में ऐसे भीड़े मनो इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्रावास छात्रावास ना होकर के महाभारत के कुरुक्षेत्र का मैदान बन गया हो । छात्रों ने कॉलेज के हॉस्टल में जमकर उत्पात मचाया। इंजीनियरिग कॉलेज में हंगामा और बवाल की स्थिति को देखते हुए पुलिस को सूचना दी गई तथा पुलिस सूचना पाकर यथाशीघ्र पहुंची। स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए दंगा नियंत्रण वाहनों को भी बुलाना पड़ा तथा करीब 2 घंटे से ज्यादा मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया।
क्या है मामला:
वैसे तो छात्र आपस में क्यों भिड़े स्पष्ट कारण उभर कर सामने नहीं आ रहा है लेकिन सूत्रों की माने तो छात्राओं के ऊपर अपने प्रभाव और वर्चस्व कायम करने के लिए सीनियर एवं जूनियर छात्र आपस में उलझ गए बताया जाता है कि सत्र 2018 एवं सत्र 2019 के छात्रों के बीच यह बवाल उत्पन्न हुआ
क्या करते हैं अधिकारी:
इस बाबत मुफस्सिल थानाध्यक्ष डीएन सिंह ने बताया कि 2018 तथा 2019 के छात्रों के बीच कुछ आपसी रंजिश के कारण विवाद उत्पन्न हो गया हालांकि विवाद के कारण क्या है या स्पष्ट जानकारी नहीं हो पाई है। गौरतलब है कि उलझे तो आपस में छात्र लेकिन संपत्ति के नुकसान हो गया इंजीनियरिंग कॉलेज का।जो कि सरकारी सम्पति है। छात्रों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में करीब 50 कमरों के खिड़की, दरवाजे छात्रों ने तो डालें ।बाथरूम को भी क्षतिग्रस्त किया और शीशे को तोड़ डाला। इस बाबत मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि अभी तक महाविद्यालय प्रबंधन के तरफ से कोई लिखित सूचना प्राप्त नहीं हो पाई है । उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा कहा गया है कि अनुशासन समिति की आपात बैठक शनिवार होगी तथा बैठक में जो निर्णय लिया जाएगा उसके आलोक में कार्यवाही की जाएगी।
क्या कहना है कि कॉलेज प्रबंधन का:
कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि तोड़फोड़ करने तथा उपद्रव मचाने वाले छात्रों की पहचान की जा रही है । इन छात्रों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी ।
कोई नई बात नहीं है इंजीनियरिंग कॉलेज में उपद्रव का होना:
बताते चलें कि लोकनायक जयप्रकाश इंजीनियरिंग महाविद्यालय में तोड़फोड़ तथा उपद्रव की घटना कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी कई बार इस तरह की घटनाएं घटित हो चुकी है। 2 साल पहले भी इंजीनियरिंग कॉलेज में इस तरह की घटना घटित हुई थी। प्रायः छात्र अपनी दबदबा और वर्चस्व को कायम रखने के लिए आपस में उलझते रहते हैं तथा उलझने पर गुट बंदी करके 2 , 3 गुट में बदल जाते हैं तथा मारामारी करते रहते हैं मिली सूचना अनुसार दर्जनों छात्र घायल भी हुए हैं।


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