छपरा(सारण)। जिले में अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अतिपिछड़ा उद्यमी योजना अंतर्गत स्वरोजगार के लिए अनुदान पर ऋण मुहैया कराया जा रहा है। इसके अंतर्गत जिले के कई लघु उद्योग भी लगाये गये थे। जिसके गुणवता एवं उद्याेग के संचालन में हो रही परेशानियों से अवगत कराने को लेकर उद्योग विभाग के सचिव नर्मदेश्वर लाल दो दिवसीय दौड़ा कर जांच कर रहे है। जांच के दौरान कमियों को सुधारने एवं संचालन में हो रही परेशानियों को दूर करने को लेकर उद्योग विभाग के जीएम सहित अन्य पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार सचिव नर्मदेश्वर लाल ने जिले के परसा, अमनौर सहित विभिन्न प्रखंडों में युवाओं द्वारा लगाये गये उद्योग का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया है। जिले के परसा में उद्योग विभाग के ऋण से सीमेन्ट वेन्टीलेटर निर्माण का उद्योग का निरीक्षण किया। इस दौरान सीमेन्ट वेन्टीलेटर के गुणवता की जांच की। साथ हीं संचालक से उद्योग को विकसित करने में हो रही परेशनियों से अवगत हुए। जिसमें सबसे बाधक रूपयों की कमी सामने आया। जिस पर सचिव ने जीएम को यथाशीघ्र कार्रवाई करते हुए परेशानियों को दूर करने का निर्देश दिया है। उन्होंने उद्योग विभाग के सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि सारण जिले में जितने भी लोग उद्योग के लिए ऋण लिये है, उनकी वास्तविकता की जांच करें। जांच के दौरान जल्द से जल्द उद्योग को विकसित करने की दिशा में कार्रवाई करें, ताकि युवाओं को स्वरोजगार मिल सके और आर्थिक सबलता मिलेद्ध
102 प्रकार के प्रोजेक्ट पर उद्योग विभाग 50 फीसद अनुदान पर दे रहा है ऋण
अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अति पिछड़ वर्ग के लोगांे को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण योजना संचालित किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत करीब 102 प्रोजेक्ट पर स्वरोजगार के लिए उद्योग लगाने को लेकर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसमें अभ्यर्थियों को बिना ब्याज के 50 फीसद अनुदान पर ऋण मुहैया कराया जा रहा है। ताकि एससी-एसटी एवं अति पिछड़ा समुदाय के लोग आसानी से ऋण लेकर अपने हुनर का इस्तेमाल कर स्वरोजगार प्राप्त कर सके। इसके तहत तीन किस्तों में लोन के राशि को दिया जाता है। पहले किस्त में फाउंडेशन, दूसरे किस्त में प्रोजेक्ट के अनुसार उद्योग लगाने व तीसरा किस्त प्रोडक्शन चालू करने के लिए राशि दिया जाता है।
एससी-एसटी के 142 व 75 ईबीसी के युवाओं को मिला है उद्योग लोन
अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अति पिछड़ वर्ग के लोगांे को स्वरोजगार को लेकर उद्योग लगाने के लिए जिले में करीब 200 से अधिक लोगों को ऋण की स्वीकृति देकर राशि बैंक खाते में उपलब्ध कराया गया है। जानकारी के अनुसार जिले में एससी-एसटी समुदाय के करीब 142 एवं अति पिछड़ा वर्ग यानी ईबीसी समुदाय के 75 लोगों को ऋण उपलब्ध कराया गया है। जिसके अंतर्गत सभी लोेगों को प्रथम किस्ती की राशि दी गई है। वहीं दर्जनों लोगों को दूसरे एवं तीसरे किस्ती की राशि भी निर्गत कर दिया गया है। वहीं अति पिछड़ा वर्ग के 75 लोगों को प्रथम किस्त की राशि निर्गत किया गया है।


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