लाहौर, (एजेंसी)। स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की पुण्यतिथि के मौके पर पाकिस्तान के लाहौर में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। उन्हें यहां 90 साल पहले अंग्रेजों ने फांसी दी थी। अंग्रेजों ने लाहौर में 23 साल की उम्र में 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह को उनके साथियों राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी के फंदे पर चढ़ाया था। उन पर ब्रितानी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र करने और अंग्रेज पुलिस अधिकारी जॉन पी सांडर्स की कथित तौर पर हत्या करने का मुकदमा चलने के बाद यह सजा दी गई।
भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन ने स्वतंत्रा सेनानियों की कुबार्नी की याद में यह कार्यक्रम आयोजित किया। लाहौर उच्च न्यायालय द्वारा लाहौर पुलिस प्रमुख को इस कार्यक्रम को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश दिए जाने के बाद यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम स्थल पर भगत सिंह की एक तस्वीर लगाई गई थी और बड़ी संख्या में लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया और शहीद स्वंतत्रा सेनानी को श्रद्धांजलि दी।


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