नई दिल्ली, (एजेंसी)। कोरोना के गंभीर मरीजों के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा रेमडेसिविर के दामों में भारी कमी की गई है। इस दवा को देश में सात कंपनियां बना रही हैं, जो इसे अभी तक 2800 से 5400 रुपये प्रति इंजेक्शन की एमआरपी पर बेच रहीं थीं, लेकिन अब ये कीमतें 899 से 3490 रुपये प्रति इंजेक्शन के बीच कर दी गई है। राष्ट्रीय औषध मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा कि देश में रेमडेसिविर की उपलब्धता बढ़ाने और लोगों को इसे आसानी से उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने इसका उत्पादन कर रही कंपनियों से कीमतों में कमी का अनुरोध किया था। कंपनियों ने इसे स्वीकार करते हुए स्वेच्छा से मूल्यों में कमी का ऐलान किया है।
एनपीपीए के सदस्य सचिव डॉ. विनोद कोटवाल की तरफ से जारी आदेश के अनुसार अब कैडिला हेल्थकेयर द्वारा बनाई जा रही रेमडेसिविर इंजेक्शन रेमडेक सबसे सस्ता 899 रुपये का होगा। यह 100 मिलीटर का इंजेक्शन होता है। कैडिला के इंजेक्शन के पहले भी दाम सबसे कम 2800 रुपये थे। बायोकान बायोलाजिक्स इंडिया ने अपने इंजेक्शन रेमविन की कीमत 3950 से घटाकर 2450 कर दी है। डॉ. रेड्डी लैब ने रेडेक्स की कीमत 5400 से घटाकर 2700 करने का ऐलान किया है। सिप्ला ने सिपरेमी की कीमत 4000 से घटाकर 3000, माइलन फार्मास्युटिकल ने अपने ब्रांड डेसरेम की कीमत 4800 से 3400, जुबिलेंट जेनेरिक्स ने जुबी-आर की कीमत 4700 से 3400 तथा हेटेरो हेल्थकेयर ने कोविफार की कीमत 5400 से कम करके 3490 रुपये कर दिया है।


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