राष्ट्रनायक न्यूज।
दरभंगा (बिहार)। मैथिली भाषा के प्रसिद्ध अनुवादक, लेखक, हिन्दी अंग्रेजी के विद्वान वयोवृद्ध साहित्यकार जितेंद्र नारायण झा नहीं रहे। उन्होंने सोमवार की सुबह करीब पौने आठ बजे अपने गृह जिले दरभंगा के राजे गांव स्थित अपने पैतृक आवास पर अपनी अंतिम सांस ली। इनके पुत्र पराशर झा ने अंतिम संस्कार किया। 30 अप्रैल 1926के जन्मे श्री झा मैथिली भाषा के प्रचार-प्रसार में अपना भरपुर योगदान दिया। इन्होंने बांग्ला ओड़िया और हिंदी के क।ई प्रसिद्ध पुस्तकों का मैथिली में अनुवाद किया है। चान समीपे स्मृत विस्मृत इनकी प्रमुख रचना है।


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