बदल डालो। शरारत भरी दुनिया में
दोस्ती बदल डालो, प्यार तो करो मगर
तोहफे बदल डालो, चांदनी रातों में भी
यहां घुप्प अंधेरा है उजाले के लिए यारों
चांद को बदल डालो, खेलने तो आता नहीं।
मैंदान ही नहीं बड़ी जीत के लिए यारों मै
मैदान को बदल डालो काले करतूतों में पैसे
तो लाखों है पर पैसौ के खातिर ना
रास्ते बदल डालो इंसान तो सब है,
पर इंसानियत रही नही इसानो के खातिर है
वानियत बदल डालो। शरारत भरी दुनिया में
दोस्ती बदल डालो।।
सूर्येश प्रसाद निर्मल शीतलपुर तरैया


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा