पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। मशरक में बनियापुर राजद विधायक केदारनाथ सिंह ने अपने आवास और कांग्रेस कार्यालय पर जिला उपाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 30 वी पुण्यतिथि मनाई गई। कोरोना लाक डाउन की वजह से विशेष कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए थें।सादे समारोह में कार्यक्रम की शुरुवात स्वर्गीय गांधी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर के प्रदेश प्रतिनिधि केदारनाथ सिंह के द्वारा किया गया।इस अवसर पर लालबाबू सिंह, राजेंदर सिंह, रविंदर सिंह, डॉ योगेंद्र सिंह, विक्रमा सिंह मौजूद रहे। मौके पर जिला उपाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि राजीव गांधी आधुनिक भारत के निर्माता थे जिन्होंने अपने कार्यकाल में मतदान की उम्र सीमा 21 से घटा कर 18 किए पंचायती राज की परिकल्पना नयोदय विद्यालय एवम कम्पुटर की क्षेत्र में बहुत योगदान किए। मौके पर बनियापुर राजद विधायक केदारनाथ सिंह ने कहा कि कुछ लोग ज़मीन पर राज करते हैं और कु्छ लोग दिलों पर। राजीव गांधी एक ऐसी शख़्सियत थे, जिन्होंने ज़मीन पर ही नहीं, बल्कि दिलों पर भी हुकूमत की। वे भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन हमारे दिलों में आज भी ज़िंदा हैं। राजीव गांधी ने उन्नीसवीं सदी में इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना देखा था।आधुनिक सोच और निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता वाले राजीव गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीकों से पूर्ण करना चाहते थे। वे बार-बार कहते थे कि भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के साथ ही उनका अन्य बड़ा मक़सद इक्कीसवीं सदी के भारत का निर्माण है। अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने देश में कई क्षेत्रों में नई पहल की, जिनमें संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज आदि शामिल हैं। वे देश की कम्प्यूटर क्रांति के जनक के रूप में भी जाने जाते हैं। वे युवाओं के लोकप्रिय नेता थे। उनका भाषण सुनने के लिए लोग घंटों इंतज़ार किया करते थे। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री काल में कई ऐसे महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए जिसका असर देश के विकास में देखने को मिल रहा है। आज हर हाथ में दिखने वाला मोबाइल उन्हीं फ़ैसलों का नतीजा है।आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 21 मई, 1991 में एक बम धमाके में मौत हो गई थी। लिट्टे के उग्रवादियों ने तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में चुनाव प्रचार के दौरान राजीव गांधी पर आत्मघाती हमला किया, जिसमें उनकी जान चली गई थी। दरअसल, लिट्टे तब श्रीलंका में भारत सरकार द्वारा शांति सेना भेजने से नाराज था। ऐसे में तमिल विद्रोहियों ने तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर में राजीव पर आत्मघाती हमला किया। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे राजीव गांधी के पास एक महिला फूलों का हार लेकर पहुंची और उनके बहुत करीब जाकर अपने शरीर को बम से उड़ा दिया। गौरतलब है कि राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे. इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उन्होंने देश की कमान संभाली थी।राजीव गांधी को भारत में कंप्यूटर क्रांति लाने, पंचायती राज को मजबूत करने का श्रेय दिया जाता है।


More Stories
गड़खा के प्राथमिक विद्यालय औढ़ा माल का 10 दिनों में दो बार ताला तोड़कर चोरों ने हजारो रूपये के सामान की चोरी, गुहार लगाने गये शिक्षकों पर भड़की पुलिस
मतदान लोकतंत्र का आधार है, जगलाल चौधरी महाविद्यालय में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी, नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ: जिलाधिकारी