- खाना बनाने वाली महिलाओं की होती हैं महत्वपूर्ण जिम्मेदारी: सुनीता
- डोर टू डोर भ्रमण कर पोषक क्षेत्रों की महिलाओं को स्वच्छता के लिए नियमित रूप से किया जाता है जागरूक: नीतू
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्णिया (बिहार)। वैश्विक महामारी कोरोना काल के दौरान घर में या आसपास सफाई पर ध्यान देना बहुत ज़्यादा जरूरी हो गया है। क्योंकि इस वायरस के संक्रमण से बचाव कर अपने तो सुरक्षित रहेंगे ही लेकिन इसके साथ हम अपने परिवार के अन्य सदस्यों को भी सुरक्षित रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा का कहना है कि देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इस महामारी से निपटने के लिए अपने चेहरे को पूरी तरह से मास्क से ढंकने, अपने हाथों को बार-बार अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर या साबुन से रगड़-रगड़ कर धोना चाहिए। इसके साथ ही सामाजिक दूरी का भी ख़्याल रखना बेहद ही जरूरी हो गया है। घर की महिलाओं को यह ध्यान रखना होगा कि खाना बनाने से पहले बर्तन को पूरी तरह से सफाई होनी चाहिए। जबकिं खाना बनाते समय अपने हाथों को अच्छी तरह से धोने मात्र से ही संक्रमण का खतरा समाप्त हो जाता है। क्योंकि घर में जो खाना बनता हैं। उसे पूरे परिवार के लोग खाते हैं, इसलिए खाना बनाते समय भी पूरी तरह से स्वच्छ हाथों के साथ ही स्वच्छता का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। ताकि बैक्टीरिया, वायरस या कीटाणु से बचाव किया जा सके।
खाना बनाने वाली महिलाओं की होती है महत्वपूर्ण जिम्मेदारी: सुनीता
ज़िला स्कूल की शिक्षिका सुनीता कुमारी ने बताया घर में खाना बनाने से पहले किसी भी तरह की हैंड वॉश या अन्य कीटाणु नष्ट करने वाले साबुन से अपनी हाथों को अच्छी तरह या रगड़-रगड़ कर धोने के बाद हल्के गुनगुने पानी से धो लें। फिर सूखे कपड़े से उसे पोछने के बाद ही खाद्दान्न सामग्रियों को उपयोग में ला सकते हैं। क्योंकि खाना बनाने के बाद उसको घर के सभी लोग खाते हैं और उसकी पूरी जिम्मेदारी घर की महिलाओं की होती हैं। परिवार के अन्य सदस्यों को भी स्वास्थ्य और सुरक्षा कवच के रूप में नियमित रूप से हाथ धोना जरूरी होता है। किसी भी तरह की किटाणुओं या बैक्टीरिया से बचने के लिए हैंडवॉशिंग की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी गई है। सुनीता के अनुसार हमेशा ताजा व पौष्टिक खाद्य पदार्थो का उपयोग करना स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता हैं। सुरक्षित प्रोसेसिंग की गयी चीजों का इस्तेमाल करने से किसी तरह की कोई शिकायत या डर नहीं रहता है। मार्केट से खरीददारी कर लाये गए वस्तुओं को इस्तेमाल से पहले फल व सब्जियों को अच्छी तरह धोने के बाद ही उसका उपयोग किया जाए तो बेहतर होता है। डिब्बा बंद सामानों की खरीददारी करते समय उसकी एक्सपायरी देखना कभी भी नही भूलना चाहिए। इसके साथ ही स्वस्थ व सेहतमंद जिन्दगी के लिए पीने के पानी का स्वच्छ होना भी बहुत जरूरी होता है। हालांकि पानी को उबालकर पीने से हर तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है।
पोषक क्षेत्रों की महिलाओं को स्वच्छता के लिए नियमित रूप से किया जाता है जागरूक: नीतू
बैसा प्रखण्ड की आंगनबाड़ी सेविका नीतू कुमारी ने बताया नियमित रूप से अपने घरों का दैनिक कार्यो को निबटाने के बाद अपने पोषक क्षेत्रों में डोर टू डोर भ्रमण कर कोरोना संक्रमण काल के दौरान होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए मास्क पहनना, सामाजिक दूरी अपनाना एवं अपने हाथों की हर आधा घण्टे पर अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर या साबुन से रगड़-रगड़ कर धोने के लिए सलाह देती हूं। खाने पीने या अन्य कोई भी कार्य करते समय सफाई पर ज्यादा धयन देने की जरूरत है। क्योंकि अपने खान-पान की आदतें हमारे सेहतमंद ज़िंदगी का आधार होती हैं। इसके लिए हमें प्रतिदिन खाना बनाने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना होता है। सबसे पहले खाना बनाने की जगह, चूल्हें, बर्तनों की अच्छी तरह से सफाई व उसे सैनिटाइज किया जाना जरूरी है। रसोई घर को कीड़े-मकोड़े व दूसरे किसी अन्य जानवरों से पूरी तरह सुरक्षित रखना बेहद महत्वपूर्ण है। इतना ही नहीं खाना बनाने से पहले व इसके बीच-बीच में नियमित रूप से हमें अपने हाथों की सफाई करते रहना है। क्योंकि किसी भी हानिकारक सूक्ष्म जीव के संपर्क से खाने की चीजों दूर रखा जा सके।
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