मांगो के समर्थन में शिक्षकों ने लगाये नारे। “नि सु वर्मा मुर्दाबाद” के नारे से गुॅजा बीआरसी
पानापुर (सारण)- शनिवार को हड़ताल के छठे दिन”तू कर संग्राम ये साथी,घड़ी संकट की आई है।न मौजों की न शरहद की,ये जीने की लड़ाई है”अभियान गीत के धरना का शुभारम्भ हुआ ।सभी शिक्षक धरना पर बैठे।शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि हमें अपने लड़़ाई सफल बनाने के लिए सभी शिक्षकों एकता बनाये रखनी होगी।आगे उन्होंने कहा कि पानापुर के पिछले बार के हड़ताल में इतिहास कायम किए हैं आज पंद्रह शिक्षक मुकदमा लड़ रहें हैं, लेकिन इससे डरने वाले नहीं हैं ।नवल किशोर राय ने धरना में उपस्थित शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह विडम्बना हीं है कि हमारा देश दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।लेकिन इस देश में होने वाली प्रायः सभी नियुक्तियां अनुबंध पर हो रही है।किसी भी क्षेत्र में 60वर्ष की उम्र तक सेवा देने के बाद भी हम सरकारी कर्मी होने के लिए आन्दोलन कर रहें हैं ।जबकि दुसरी तरफ एक बार के लिए विधायक, विधान परिषद्, सांसद या राज्य सभा सांसद बनते हीं नेता सरकारी हो जाते हैं ।भले ही उनके शिक्षा का स्तर कितना भी निम्न क्यों न हो? हमारी बातों तथा क्रियाकलापों में मर्यादा ढूढ़ते हैं, लेकिन ये नेता खुद सारी मर्यादाओ की धज्जियां उड़ाते हैं।इसलिए अगर ये नेता हमारी मांगो को पुरा नहीं करते हैं तो आनेवाले चुनाव में हम एकजुट होकर इनको इनकी औकात बताने का काम करेंगे।यह लड़ाई आर पार की है ।जबतक सरकार हमें पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान तथा सेवा शर्त नहीं देगी तबतक हम पीछे नहीं हटेंगे।मौके पर नवल किशोर राय, अफसर अली, प्रदिप कुमार, सुभाष प्रसाद, संजय राय, रमेश मिश्र, संतोष कुमार, हासीम अंसारी, मोहम्मद जुनैद,सुनीता कुमारी।


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