पटना: बिहार निषाद संघ की संघीय सचिव मंडल की वर्चुअल बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष ई० हरेंद्र प्रसाद निषाद ने कहा कि बिहार जलकर प्रबंधन विधेयक 2006 में संशोधन अधिनियम 2007 एवं 2010 के अनुसार परंपरागत मछुआ ही मत्स्यजीवी सहयोग समिति के सदस्य होंगे निषाद की सभी उपजातियां ही परंपरागत मछुआ है कार्यकारी अध्यक्ष जलेश्वर साहनी ने कहा कि 150 से अधिक इन समितियों में दबंग गैर मछुआ सदस्य बनकर जलकरों के बंदोबस्ती गैर मछुआ से कर परंपरागत मछुआ को बेरोजगार करने में तुले हुए हैं महासचिव धीरेंद्र कुमार निषाद ने कहा कि माननीय न्यायालय निबंधक सहयोग समितियां बिहार पटना के निर्णय के आलोक में सहायक निबंधक सहयोग समितियां बिहार पटना ने वर्ष 2013 में ही निदेशक मत्स्य बिहार पटना को परंपरागत महुआ जाति का प्रामाणिक सूची प्रकाशित करने का आदेश दिया था जो आज तक ना हो सका संरक्षक शशि भूषण कुमार निषाद ने माननीय मुख्यमंत्री एक मंत्री पशु एवं मत्स्य संसाधन बिहार से परंपरागत मछुरा जाति का सूची जारी करवाने की मांग की इस वर्चुअल बैठक में कृष्णा देवी चंद्र केतु महतो डॉ० सतीश कुमार निषाद दिलीप कुमार निषाद धनंजय कुमार निषाद मनोज कुमार केश नाथ चौधरी राकेश निषाद मुन्नी लाल चौधरी मिथिलेश कुमार रामप्रवेश निषाद देशेश जलज प्रेम कुमार निषाद बैजनाथ सिंह ने भाग लिया।


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