दनियावां। प्रखंड के शाहजहांपुर, सिंगरियावां, सलारपुर, खरभैया, दनियावां और मछरियावां पंचायतों के 33 राजस्व गावों में लगातार वारिश होने से रोहणी और मृगशिरा नक्षत्र में बोये गए धान के बिचड़ों (मोरी) में ज्यादा जलजमाव हो गया है।जिससे इनके डूबने से सड़ने और खराब होने की समस्या उत्पन्न हो गयी है।प्रगतिशील किसान संघ के बब्बन सिंह, प्रसिद्ध सिंह ने बताया कि इन दिनों अधिकांश किसान परंपरागत धान के बीज की जगह हाइब्रिड धान खरीद कर बीज बोए हैं।दनियावां प्रखंड में कुल 2450 हेक्टेयर रकवा में धान की खेती का लक्ष्य है।बिचड़े खराब होने पर लक्ष्य हासिल करने में दिक्कतें होगी।बीएओ मनोज कुमार चौधरी और कृषि समन्वयक अमृता कुमारी ने बताया कि मौसम साफ होने पर अभी जारी आद्रा नक्षत्र में भी किसान धान के नए बीज बो सकते हैं।


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