राष्ट्रनायक न्यूज। उच्च रक्त शर्करा की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब आपका शरीर पर्याप्त या प्रभावी रूप से इंसुलिन का उपयोग नहीं करता है। यह एक हार्मोन जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है और ऊर्जा के लिए आपकी कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है। रक्त शर्करा का उच्च स्तर थकावट से लेकर हृदय रोग तक कई लक्षण पैदा कर सकता है। ऐसे में शरीर में शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए हमें अतिरिक्त उपायों को अपनाने की जरूरत पड़ती है। जिसके बारे में आज हम आपको इस लेख में बता रहे हैं-
मेथीदाना: भारतीय रसोई में ऐसी कई जड़ी बूटी हैं, जो ग्लूकोज सहिष्णुता में सुधार, रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और इंसुलिन के स्राव को उत्तेजित करते हुए मधुमेह को नियंत्रण में रखने के लिए जाना जाता है। आप मेथीदाने की मदद से शुगर को नियंत्रित कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए 2 बड़े चम्मच मेथी दाना रात भर पानी में भिगो दें और अगली सुबह खाली पेट इसे बीज के साथ पी लें। यह आपके ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करेगा।
करेला: हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि करेला इंसुलिन-पॉलीपेप्टाइड-पी से भरा हुआ है और बढ़े हुए शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। आप इसे सब्जी के रूप में खा सकते हैं या स्मूदी के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं।
दालचीनी: दालचीनी में बायोएक्टिव यौगिक मधुमेह को रोकने और उससे लड़ने में मदद कर सकता है। दालचीनी इंसुलिन की गतिविधि को उत्तेजित करके रक्त शर्करा के स्तर को भी नियंत्रित कर सकती है। इसके इस्तेमाल के लिए आप आधा चम्मच पिसी हुई दालचीनी को गर्म पानी में मिलाएं और दिन में एक बार इसका सेवन करें।
विटामिन सी: अगर आपको पुरानी मधुमेह है, तो आपको विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे संतरा, नींबू आदि का रोजाना सेवन करना चाहिए। यह न केवल आपको एक हेल्दी स्किन प्रदान करेगा, बल्कि यह रक्त शर्करा के स्तर में भी सुधार करता है। इसके लिए आप रोजाना कम से कम 600 मिलीग्राम विटामिन सी का सेवन करें।
एलोवेरा: एलोवेरा थोड़ा कड़वा होने के बावजूद आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। आप एलोवेरा के जूस को अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना सकते हैं और शुगर को नियंत्रित रख सकती हैं।
आंवला: आंवला विटामिन सी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है, जो अग्नाशयशोथ को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है और अंतत: रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर सकता है। इसमें क्रोमियम भी होता है जो काबोर्हाइड्रेट के स्तर को नियंत्रित करता है जो शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील बनाता है। आप इसके पाउडर का सेवन कर सकते हैं या फिर अन्य रूपों में इसे अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
सहजन या मोरिंगा: मोरिंगा आवश्यक चिकित्सा लाभ प्रदान करता है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और टाइप 2 मधुमेह का इलाज करने में मदद कर सकता है। यह एंटीआॅक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है। इसके सेवन के लिए आप इसके कुछ टुकड़ों को काट कर पानी से भरे जग में डाल दें और थोड़ी-थोड़ी देर में इसका सेवन करें।
मिताली जैन
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