नई दिल्ली, (एजेंसी)। शिकागो एक्सचेंज में तेजी के रुख के बीच मांग निकलने से स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव तेजी के साथ बंद हुए। बाजार सूत्रों ने बताया कि शिकॉगो एक्सचेंज में ढाई प्रतिशत की तेजी रही जबकि मलेशिया एक्सचेंज मंदा रहा। विदेशी बाजारों में आई इस तेजी का स्थानीय कारोबार में तेल-तिलहनों के भाव पर अनुकूल असर हुआ।
सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सरसों की आवक कम है और किसान रोक-रोक कर माल ला रहे हैं। आने वाले दिनों में बरसात के मौसम और पर्व-त्योहार के मौकों पर मांग और बढ़ेगी, जिसके लिए तैयारी रखनी होगी। उन्होंने कहा कि सरसों की कम उपलब्धता और निरंतर मांग निकलने से सलोनी, आगरा और कोटा में सरसों तिलहन का भाव 7,550 रुपये से बढ़ाकर 7,650 रुपये प्रति क्विन्टल कर दिया गया।
सूत्रों ने कहा कि हरियाणा में कृषि बाजार समितियों की नींद तब खुली, जब किसान अपना लगभग 80 प्रतिशत माल बेच चुके हैं। मंडी शुल्क की प्राप्ति पिछले साल के मुकाबले काफी कम रहने के कारण सरसों फसल आने के लगभग चार महीने के बाद सरसों की बिक्री के लिए जिन किसानों ने बाजार समितियों में पंजीकरण कराया था, उन किसानों से पूछताछ की जा रही है कि उन्होंने सरसों को कहां बेचा।


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