छपरा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को आरा में सोन तथा छपरा में गंगा के जलस्तर का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने छपरा में सामुदायिक रसोई और कोरोना टीकाकरण केंद्र का भी निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने सड़क मार्ग से इन क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने पदाधिकारियों को कई निर्देश दिया है। छपरा के डोरीगंज स्थित मुस्सेपुर चौक के पास एक दिव्यांग सीएम नीतीश की गाड़ी के सामने आ गया। सीएम नीतीश के गाड़ी से उतरकर दिव्यांग की समस्याओं को सुना। दिव्यांग ने सीएम नीतीश को बाढ़ से हो रही परेशानी और इंदिरा आवास नहीं मिलने की व्यथा से अवगत कराया। सीएम ने दिव्यांग की बातों को बड़ी गंभीरता से सुना और मौके पर मौजूद अधिकारियों को तत्काल शिकायत को दूर करने का निर्देश दिया।
इससे पहले आरा-छपरा पुल से गंगा के बढ़ते जलस्तर का सीएम नीतीश ने जायजा लिया। डोरीगंज स्थित मुस्सेपुर चौक के पास बाढ़ ग्रस्त इलाके का मुआयना करने के बाद सामुदायिक किचन का भी सीएम नीतीश ने निरीक्षण किया। सीएम नीतीश ने सामुदायिक रसोई में पहुंच कर भोजन कर रहे लोगों से जानकारी ली। इसके अलावा सीएम नीतीश एपीएचसी में पहुंच कर वैक्सीनेशन की स्थिति से भी रूबरू हुए।
बाढ़ -बारिश से ऐसी तबाही हुई है कि बनियापुर में नदी का बांध टूट गया। छपरा सदर, गड़खा, रिविलगंज, दिघवारा के इलाके के कई ग्रामीण सड़कों पर पानी पहुंच गया है। शहर से लेकर गांव तक 500 से अधिक की संख्या में घरों तक पानी पहुंच चुका है। यह स्थिति बाढ़ या तो फिर बारिश के पानी की वजह से हुई है। सारण जिले की सभी प्रमुख नदियां उफान पर है। इस कारण लोग काफी परेशानी महसूस कर रहे हैं। छपरा शहर के निचले इलाकों में रह रहे लोगों की परेशानी देखते बन रही है। डोरीगंज में भी करीब 200 से ज्यादा घर बाढ़ की चपेट में है। वही रिविलगंज के डिलिया रहीमपुर व प्रभुनाथ नगर पंचायत भी बाढ़ के पानी से घिर गयी हैं। प्रशासनिक स्तर पर समुचित पहल नहीं होने से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वहीं जिलाधिकारी ने भी बाढ़ प्रभावित लोगों की परेशानियों को दूर करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया है।
दरियापुर प्रखण्ड के रानीपुर में गंडकी नदी के ध्वस्त साइफन की मरम्मत ग्रामीणों द्वारा किए जाने के बाद पानी का बहाव थोड़ा कम हुआ है लेकिन दो दिनों से तेजी से पानी का बहाव होने के कारण रानीपुर की ग्रामीण सड़क पर पानी चढ़ गया है। कुछ लोगों के घरों तक भी पानी फैल गया है। गौरतलब हो कि मंगलवार को ही गंडकी नदी में लगाया गया साइफन ध्वस्त हो गया था। ग्रामीण मरम्मत का काफी प्रयास किए लेकिन पानी का बहाव नही रुका। इसके बाद लोगों की आस प्रशासन पर टिक गई लेकिन वहां से कोई अधिकारी या कर्मचारी नहीं पहुंचा। इसके बाद ग्रामीण तक हर कर खुद से साइफन से पानी के बहाव को रोकने का प्रयास शुरू कर दिए। मिट्टी,जंगल आदि रख कर कुछ हद तक पानी के बहाव पर लोगों ने काबू पा लिया है लेकिन ग्रामीणों के बीच प्रशासन के प्रति काफी रोष है। स्थानीय जिला पार्षद प्रतिनिधि मनीष दुबे,सरपंच श्याम बिहारीर् ंसह व अन्य ने बताया कि डीएम से शिकायत की गई है।
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