राष्ट्रनायक न्यूज

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जानें क्या है मोशन सिकनेस और इससे बचने के उपाय

राष्ट्रनायक न्यूज।
क्या आपको भी सफर के दौरान उल्टी, चक्कर और बेचैनी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आपका जवाब हाँ है, तो आपको मोशन सिकनेस है। घबराइए मत, मोशन सिकनेस कोई बीमारी नहीं है। दरअसल, किसी भी तरह की गति या पोजीशन की बदलाव की सूचना हमारे कान, आँख और त्वचा से दिमाग तक पहुँचती है। मोशन सिकनेस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हमारे दिमाग को भीतरी कान, आंख और त्वचा से अलग-अलग सिग्नल मिलते हैं। यह सेंट्रल नर्वस सिस्टम को दुविधा में डाल देता है। हालांकि, डॉक्टर की सलाह से इस समस्या को आसानी से ठीक किया जा सकता है।

मोशन सिकनेस के लक्षण: मोशन सिकनेस के लक्षणों में उल्टी होना, चक्कर आना, आलस आना, थकावट होना, पेट में दर्द, अपच, चिड़ाचिड़ापन और बीमार जैसा महसूस करना आदि शामिल हो सकते हैं। यह समस्या कुछ घंटों से लेकर 2-4 दिन तक भी रह सकती है। खाली पेट सफर ना करें: खाली पेट सफर करने से मोशन सिकनेस की समस्या अधिक होती है। हमेशा सफर पर जाने से पहले हल्का नाश्ता करके ही निकलें। लेकिन सफर से पहले हैवी डाइट ना लें।

दूर के बिंदु पर रखें नजर: अगर हम ट्रेवल करते समय खिड़की से बाहर के नजारे का मजा लेते हैं लेकिन इससे भी मोशन सिकनेस हो सकता है। अगर आपको भी सफर के दौरान उल्टी आने या सिर चकराने की समस्या होती है तो थोड़ी देर के लिए अपनी आँखें बंद कर के बैठ जाएं या खिड़की से आस-पास की चीजों के बजाय किसी दूर के बिंदु पर अपना ध्यान केंद्रित करें। पीछे की सीट से बचें: जिन लोगों को मोशन सिकनेस की समस्या होती है उन्हें किसी तरह की रफ्तार के बदलाव से अधिक परेशानी होती है। अगर आपको कार या बस से सफर करते समय अक्सर ऐसी दिक्कत होती है तो बैठने के लिए ऐसी जगह चुनें जहाँ रफ्तार का एहसास कम से कम हो। किसी भी वाहन की पीछे की सीट पर बैठने से गति का एहसास अधिक होता है। बेहतर होगा कि आप कार की फ्रंट सीट पर बैठें या बीच की सीट पर बैठें।

ताजी हवा लें: अगर आपको सफर के दौरान उल्टी आ रही हो या जी मचला रहा हो तो थोड़ी देर के लिए गाड़ी का शीशा खोल लें और बाहर की ओर मुंह करके बैठें। ताजी हवा से आप अच्छा महसूस करेंगे।

प्रिया मिश्रा