राष्ट्रनायक न्यूज

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गंडक का जलस्तर थमा, लेकिन तटबंध के निचले इलाकों में बसे लोगों के बीच तबाही जारी

  • दो माह के अंदर चौथी बार तबाही झेल चुके लोग, सरकारी स्तर पर नहीं मिला कोई सहायता
राष्ट्रनायक न्यूज।
तरैया (सारण)। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रहे बारिश व वाल्मिकी नगर गंडक बराज से छोड़े गये पानी से गंडक नदी उफान पर है। जिससे तटबंध के निचले इलाकों में बसे लोगों के घरों में गंडक का पानी घुस गया है, और भारी तबाही मचाये हुए है। जिससे माधोपुर पंचायत के सगुनी, शामपुर, अरदेवा, जिमदाहा, माधोपुर बड़ा, बनिया हसनपुर, डुमरी पंचायत के शीतलपुर, हरपुर फरीदन, चंचलिया पंचायत के चंचलिया दियारा, बिंद टोली गांव में बसे लोग सबसे अधिक प्रभावित हैं। फरीदनपुर निषाद बस्ती बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिर चुका है। उक्त बस्ती के लोग अपने घरों से जरूरी सामानों को लेकर नाव के सहारे पानी से निकलकर बांध पर आ रहे है। लोग अपने माल मवेशियों के साथ सारण तटबंध पर शरण लिए हुए हैं। चंचलिया दियरा स्थित बिंद टोली में स्थित काफी दयनीय बनी हुई है। जगदीश राउत, विश्वनाथ राउत, प्यारचन्द्र राउत, तुलसी कुमार, सोनेलाल राउत, राजकुमार राउत, मोहन राउत, चंदन राउत, सुथरी कुँअर, भिखारी राउत, कृष्णा महतो, मुन्ना राउत, जयनारायण राउत, गणेश राउत, गुदरी राउत, श्रीभगवान राउत समेत दर्जनों लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। लोग ऊचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। सबसे अधिक परेशानी मवेशियों के चारे को लेकर हो गई है। जहां पहले चारों ओर हरी-भरी घास दिखाई देती थी, वहां अब पानी ही पानी दिख रहा है। पशुपालन महंगे दामों पर पशुओं के लिए चारे खरीदने को मजबूर हैं। लोग अपने पशुओं को सारण तटबंध पर बांध कर खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हो गये है। अबतक सरकारी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं कि गई है। जिसको लेकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ लोगों में काफी आक्रोश है। पीड़ित व्यक्तियों का कहना है कि वे लोग दो माह के अंदर लगातार चार बार बाढ़ की विभीषिका झेल चुके हैं। इधर पुनः शुक्रवार बार से ही लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है, कोई पदाधिकारी या कर्मचारी उन्हें देखने तक नहीं गये और ना ही उन्हें सरकारी स्तर कोई सहायता मिल पाया है। सरकारी स्तर पर नाव तक की व्यवस्था नहीं की गई है। लोग प्राइवेट नाव के सहारे अपना कार्य कर रहे हैं।