राष्ट्रनायक न्यूज।
आजकल की सुस्त जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतों के कारण मोटापे की समस्या आम हो गई है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक इस बीमारी का शिकार हैं। मोटापा ना सिर्फ देखने में बुरा लगता है बल्कि अपने साथ कई अन्य बीमारियाँ भी लेकर आता है। यदि आप अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली और खानपान की आदतों में कुछ बदलाव करने होंगे। नियमित योग करने से आसानी से वजन घटाने में मदद मिलती है। आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे योगासन बताने जा रहे हैं जिनके नियमित अभ्यास से आपको वजन घटाने में आसानी होगी-
भुजंगासन: इस आसान को करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएँ। अपनी कोहनियों को कमर से सटा के रखें और हथेलियां ऊपर की ओर रखें। अब धीरे-धीरे सांस भरते हुए अपनी छाती को ऊपर की ओर उठाएं। उसके बाद अपने पेट के भाग को धीरे धीरे ऊपर उठा लें। इस स्थिति में 30 सेकंड तक रहे। अब बाद सांस छोड़ते हुए, अपने पेट, छाती और फिर सिर को धीरे-धीरे जमीन की ओर नीचे लाएं।
वज्रासन: इस आसन को करने के लिए फर्श पर घुटने टेक कर अपनी एड़ियों के बल बैठ जाएं। अपनी रीढ़ और सिर को सीधा रखें और अपना हाथ घुटनों पर रखें। लगभग 10 मिनट तक इस स्थिति में रहें और अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करें। इसके बॉस सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं।
सर्वांगासन: इस आसान को करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने हाथों को सीधा पीठ के बगल में रखें, हथेलियां नीचे रहेंगी। अब सांस अंदर लेते हुए अपनी टांगों को सीधे हवा में ऊपर की तरफ उठाएं। इसके बाद धीमी गति से टांगों को सिर की तरफ मोड़ें। दोनों कोहनियों को जमीन पर टीकाकार हाथों से कमर को सहारा दें। अब अपनी टांगों को ऊपर की तरफ खींचकर उठाएं। कंधे, रीढ़ की हड्डी और हिप्स एक सीध में ले आएं। इस अवस्था में 30 से 60 सेकेंड तक रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे पुरानी अवस्था में वापस लौट आएं।
सेतुबंधासन: इस आसान को करने के लिए जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं। अपने हाथों को शरीर से सटा कर और हथेलियों को जमीन से लगा कर रखें। फिर धीरे-धीरे नितंबों, कमर और पीठ के सबसे ऊपरी हिस्से को ऊपर उठाएं। इस अवस्था में 3 से 5 मिनट तक रहें। सांस छोड़ते हुए आसन से बाहर आ जाएं।
मत्स्य आसन (मछली मुद्रा): इस आसान को करने के लिए अपनी पीठ के बल लेटें और अपने शरीर के नीचे अपनी बाहों को मोड़ें। अपने सिर और छाती को ऊपर उठाएं, सांस लें और फिर अपनी पीठ को झुकाते हुए सिर को जमीन पर टिका दें। अपनी कोहनी का उपयोग करके अपने पूरे शरीर का संतुलन बनाए रखें। इस मुद्रा में साँस लेते और छोड़ते रहें। जब तक आप सहज हों, तब तक इस मुद्रा को बनाए रखें।
प्रिया मिश्रा
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