नई दिल्ली, (एजेंसी)। 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और वाशिंगटन पर अलकायदा ने जो भयानक हमला किया था। उस 9/11 हमले से जुड़ी एक खौफनाक रिपोर्ट सामने आई है। जिसके मुताबिक 9/11 के उस हमले में जितने लोग मारे गए थे उससे ज्यादा लोग उस हमले की वजह से हुई बीमारियों की वजह से मारे गए हैं। हमले के पीड़ितों को अमेरिका ने पीड़ित मुआवजा कोष यानी वीसीएस से आर्थिक मदद की राशि दी थी। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2011 में इस कोष को पीड़ितों के लिए दोबारा खोला गया था। तब से लेकर अब तक मुआवजे की मांग वाली 67 हजार गुजारिशें उनके पास आ चुकी हैं। इन 67 हजार गुजारिशों में से 3 हजार क्लेम ऐसे लोगों के लिए मांगे गए थे जिनकी मौत 9/11 हमले से जुड़ी बीमारियों की वजह से हुई थी। फंड की देख-रेख करने वाली स्पेशल मास्टर रूपा भट्टाचार्य बताती हैं कि इस तरह से देंखे तो 9/11 वाले दिन जान गंवाने वाले लोगों से ज्यादा उनकी संख्या हो गई है जिनकी मौत 9/11 से जुड़ी बीमारियों की वजह से हुई है।
अल-कायदा के न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर टावरों और वाशिंगटन में पेंटागन में विमानों को हाईजैक कर हमला किया था। जिसमें 3,000 लोग मारे गए थे। एक और विमान पेन्सिलवेनिया के एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पीड़ितों के परिवारों के लिए हमलों के तुरंत बाद एक मुआवजा कोष बनाया गया था। 2011 में 9/11 के हमलों से उत्पन्न होने वाली पुरानी स्वास्थ्य स्थितियों से पीड़ितों के लिए एक और फंड बनाया गया था। वीसीएफ ने 40,000 से अधिक व्यक्तियों को 8.95 अरब डॉलर से अधिक का मुआवजा जारी किया है। राष्ट्रपति जो बाइडेन 20वीं बरसी के मौके पर शनिवार को 9/11 के हमलों वाले स्थलों का दौरा करेंगे।


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