तिरुवनंतपुरम, (एजेंसी)। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के अमेठी के बारे में यह मान लिया जाता था कि वहां बुनियादी ढांचे की कोई आवश्यकता नहीं हैं क्योंकि पांच दशक तक गांधी परिवार ने वहां की ‘सेवा नहीं की’ बल्कि वहां पर ‘शासन’ किया। ईरानी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध गैर सरकारी संगठन देसीय सेवा भारती की पहल ‘सेवासमर्पण’ का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करना था। उन्होंने कहा कि वह सुबह के वक्त इंटरनेट कनेक्शन की समस्या की वजह से संगठन के सम्मेलन में शामिल नहीं हो सकीं, क्योंकि वह अमेठी के अंदरुनी इलाकों में थीं जहां इंटरनेट का नेटवर्क मिलना ‘एक संघर्ष’ है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसा विकास वहां सभी परिवारों तक नहीं पहुंचा है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमेठी के अंदरुनी इलाकों में थी, वहां के कुछ गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी एक चुनौती है। कई लोगों ने यह मान लिया था कि गांधी परिवार ने इस निर्वाचन क्षेत्र की सेवा नहीं बल्कि पांच दशक तक इस पर शासन किया इसलिए यहां किसी बुनियादी ढांचे की आवश्यकता नहीं होगी। ईरानी ने कहा, ‘‘हालांकि, आपसे (सेवा भारती) जुड़ने के लिए आज जो संघर्ष करना पड़ा उससे आपको पता चल ही गया होगा कि उनके (गांधी परिवार) नेतृत्व में, उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास प्रत्येक परिवार तक नहीं पहुंचा।’’उन्होंने कहा कि वह ऑनलाइन सम्मेलन में बहुत देर से शामिल हो सकीं। उन्होंने कहा कि यहां के सभी हिस्सों में विकास पहुंचाना सुनिश्चित करने के लिए वह गांव-गांव जाकर पता लगा रही हैं कि लोगों की जरूरतें क्या हैं।


More Stories
यह तो संविधान का अपमान भी है
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली