- स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्वयं दवा सेवन कर कर लोगों को भी दवा खाने के लिए किया प्रेरित:
- 2 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को खिलायी जाएगी डीईसी व एल्बेंडाजोल:
- जिले में 30 लाख से अधिक लोगों को खिलायी जाएगी दवा
कटिहार, 20 सितंबर।
जिले में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के लिए सरकार द्वारा चलाये गए सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम की शुरूआत अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (एसीएमओ) डॉ. कनिका रंजन द्ने सदर अस्पताल सभागर में की। इस दौरान एसीएमओ डॉ. रंजन द्वारा स्वयं भी डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन करते हुए सभागार में उपस्थित अन्य लोगों को भी दवा का सेवन करवाया। उद्घाटन अवसर पर कार्यक्रम के नोडल सह जिला मलेरिया पदाधिकारी (डीएमओ) डॉ. जे. पी. सिंह, भिबीडीओ डॉ. एन. के. मिश्रा, केयर इंडिया डीपीओ चंदन कुमार, पीसीआई समन्यवक प्रवीण ठाकुर सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
एसीएमओ द्वारा दवा खा कर की गई शुरुआत: एसीएमओ
एसीएमओ डॉ. कनिका रंजन ने इस दौरान कहा जिले के 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को यह दवा खानी है। गर्भवती महिलाओं को छोड़कर अन्य सभी महिलाओं द्वारा भी यह दवा खाया जाना है। दवा खाने से लोगों को कोई समस्या नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल आशा या आंगनवाड़ी सेविकाओं के सामने ही खाना है। एल्बेंडाजोल की दवा को लोगों द्वारा चबाकर खाए जाने हैं।
जिले में 30 लाख से अधिक लोगों को खिलाया जाएगा दवा: डीएमओ
जिला मलेरिया पदाधिकारी सह एमडीए कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. जे. पी. सिंह ने बताया कि जिले की कुल जनसंख्या 36 लाख 18 हजार 97 है जिसमें से 30 लाख 75 हजार 383 लोगों को एमडीए कार्यक्रम के तहत दवा खिलायी जाएगी। इसके लिए जिले में 3036 वितरकों की टीम बनाई गई है। प्रत्येक टीम में दो आशा कर्मियों को शामिल किया गया है। 14 दिन तक चलने वाले कार्यक्रम में पहला छः दिन एक आशा के क्षेत्र में लोगों को गोली खिलाई जाएगी तथा सातवें दिन पुनः पूरा क्षेत्र भ्रमण कर छूटे हुए लोगों को भी गोली खिलाई जाएगी। फिर आठवें दिन से चौदहवें दिन तक उसी टीम की दूसरे आशा के क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों को दवा खिलाई जाएगी। टीम के निरीक्षण के लिए जिले में 149 पर्यवेक्षक भी बनाया गया है। 14 दिन तक चलने वाले सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के लिए जिले में 95 लाख 81 हजार 590 डीईसी व 38 लाख 32 हजार 640 एल्बेंडाजोल की दवा उपलब्ध है।
इस तरह खानी है फाइलेरिया उन्मूलन की दवा: भीबीडीओ
भिबीडीओ डॉ. एन. के. मिश्रा ने कहा दो वर्ष से कम उम्र के या गर्भवती महिलाओं को यह दवा नहीं खाना है। 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी की 01 गोली तथा एल्बेंडाजोल की 01 गोली, 05 वर्ष से 15 वर्ष के लोगों को डीईसी की 02 गोली तथा एल्बेंडाजोल की 01 गोली और 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की 03 गोली तथा एल्बेंडाजोल की 01 गोली खाई जानी है। खाली पेट इस दवा का सेवन नहीं किया जाना है। एल्बेंडाजोल की दवा लोगों को चबाकर खाना है।
फाइलेरिया के प्रभावों से सुरक्षित रखेगा डीईसी व एल्बेंडाजोल: केयर इंडिया
केयर इंडिया डीपीओ चंदन कुमार ने कहा फाइलेरिया लोगों को क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है। इसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहा जाता है। फाइलेरिया का लक्षण के रूप में हाथ, पांव या हाइड्रोसिल में सूजन का होना होता है। लोग किसी भी उम्र में इसका शिकार हो सकते हैं। इससे बचाव के लिए लोगों को सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाता है जिससे कि लोग संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। सभी लोगों को डीईसी व एल्बेंडाजोल की दवा खाकर खुद को फाइलेरिया संक्रमित होने से सुरक्षित रखना चाहिए।
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