नई दिल्ली, (एजेंसी)। महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को राज्य में सिनेमा हॉल और ड्रामा थिएटर 22 अक्टूबर से इस शर्त पर फिर से खोलने की घोषणा की कि वे कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक सभी मानदंडों का पालन करते हैं। भारत भर में थिएटर और मूवी हॉल इस साल अप्रैल से बंद हैं जब देश में उडश्कऊ-19 की दूसरी लहर आई थी। कुछ राज्यों मे जहां कोरोना वायरस का कहर नहीं है वहां पर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सिनेमा हॉल और ड्रामा थिएटर खुले हुए हैं। उडश्कऊ-19 पर टास्क फोर्स की बैठक में बोलते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करेगी।
बैठक में शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत, राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, फिल्म निमार्ता रोहित शेट्टी और कुणाल कपूर, थिएटर व्यक्तित्व मकरंद देशपांडे, मराठी अभिनेता सुबोध भावे, आदेश बांदेकर सहित अन्य लोग शामिल हुए। यह निर्णय मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा घोषणा के एक दिन बाद आया है कि राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को 7 अक्टूबर से जनता के लिए खोलने की अनुमति दी जाएगी। उसी दिन, सरकार ने यह भी घोषणा की थी कि 4 अक्टूबर से राज्य भर के स्कूलों में शारीरिक कक्षाएं फिर से शुरू होंगी।
महाराष्ट्र ने शुक्रवार को 3,286 नए कोरोनोवायरस मामलों और 51 मौतों की सूचना दी, जिससे राज्य का संक्रमण 65,37,843 और टोल 1,38,776 हो गया। मूवी हॉल को फिर से खोलने की अनुमति देने का निर्णय मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन आॅफ इंडिया (टअक) द्वारा प्रमुख सिनेमा श्रृंखला ढश्फ और कठड के साथ, महाराष्ट्र सरकार से “तत्काल आधार” पर राज्य में सिनेमाघरों को फिर से खोलने का आग्रह करने के लगभग दो सप्ताह बाद आया है। प्रदर्शनी उद्योग को 4,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कोरोनोवायरस महामारी के कारण फिल्म उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि पूरे भारत में कई फिल्मों की शूटिंग रूकी हुई थी।


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