प्रो0 संजय पाण्डेय। राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। राम जयपाल महाविद्यालय के लक्ष्मी नारायण यादव अध्ययन केंद्र में गांधी- शास्त्री जयंती का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता मानविकी संकाय के डीन प्रोफेसर डॉक्टर गजेंद्र कुमार ने की जबकि छपरा विधायक सीएन गुप्ता, प्रोफेसर डॉ वीरेंद्र नारायण यादव, विधान पार्षद, डॉ उदय शंकर ओझा, ईश्वर कुमार राम इत्यादि की विशेष उपस्थिति रही। डॉ सी एन गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्जन की परंपरा फिलहाल अवनति की तरफ है। विद्यार्जन के संस्थाएं विरान हो रही हैं । गांधी जी ने ज्ञान को कार्य से जोड़ने की बात सिखाई । इसके अतिरिक्त उन्होंने गांधीजी के जीवन से जुड़ी हुई एक घटना का उल्लेख किया जिसमें गांधीजी के जीवन की सादगी, सच्चाई स्वच्छता के प्रति उनका आग्रह, धैर्य इत्यादि की सीख मिलती है। उन्होंने अध्ययन केंद्र की इस परंपरा की भी प्रशंशा की। डॉक्टर लाल बाबू यादव ने डॉक्टर लोहिया और जयप्रकाश नारायण को याद करते हुए कहा कि यह गांधी के विचारों के काफी निकट हैं। दुनिया की प्रमुख समस्याओं में एक है संघर्ष और हिंसा। गांधी अनूठे व्यक्तित्व थे जिनका कहना था कि हिंसा का प्रत्युत्तर हिंसा नहीं हो सकता। लाल बहादुर शास्त्री ने सादगी और साहस की जैसी मिसाल पेश की वह बेमिसाल है। डॉ ओझा ने गांधी जी के विचारों पर कहा कि गांधी जी के विचारों पर कई चिंतकों का प्रभाव है। गांधीजी का अनूठापन यह है कि उन्होंने जिन विचारों को अपनाया उस पर रोज के जीवन में अमल भी किया। प्रोफेसर डॉ वीरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि गांधी जयंती- शास्त्री जयंती की सार्थकता इसी बात में है की इन महान व्यक्तियों के विचार और मूल्य नई कुल तक पहुंचे। नई पीढ़ी में सीखने की ललक बहुत है। इन बच्चों के लिए नगर में सांस्कृतिक संस्थान सुचारु ढंग से चलने चाहिए । डॉक्टर गजेंद्र ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी का व्यक्तित्व संपूर्ण संस्था है। गांधी प्रयोगधर्मी थे। उन्होंने राजनीति में निरंतर प्रयोग किया। गांधी जी अपने समय में वामपंथियों, दक्षिणपंथी और मध्यमार्गी की आलोचना के केंद्र में थे लेकिन गांधी को जिन्होंने पूरी संवेदनशीलता से समझने की कोशिश की है वे बताते हैं कि गांधी अपने समय के सबसे सरल और साधारण इंसान थे जो साधारणता को सबसे बड़ी ताकत बना सकें। गांधी शास्त्री जयंती समारोह के समारोह के पूर्व गांधी शास्त्री जयंती पर एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें समृद्धि आनंद ने जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान पाया जबकि सीनियर वर्ग में शालिनी कुमारी,रामजयपाल महाविद्यालय ने पहला स्थान प्राप्त किया। प्रथम द्वितीय तृतीय दोनों ही वर्गों में स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को सी एन गुप्ता, प्रोफेसर डॉक्टर वीरेंद्र नारायण यादव, प्रोफेसर डॉक्टर गजेंद्र कुमार के हाथों मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गांधी-शास्त्री जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ के अंतर्गत स्वच्छता अभियान का भी आयोजन किया गया जिसमें शहर के गणमान्य लोगों ने अपनी भागीदारी की। कार्यक्रम का संचालन अध्ययन केंद्र के संयोजक डॉक्टर अमित रंजन ने किया।


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