- घर से मुख्य सड़क पर आने के लिए गांव वालों को कमर भर पानी पार कर आना पड़ता है
- पंचायत चुनाव में कैसे करेंगे मतदान
नीरज शर्मा। राष्ट्रनायक न्यूज।
अमनौर (सारण)। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने जा रही है।अमनौर में आठ दिसम्बर को मतदान होना है।इस प्रखण्ड में एक ऐसा गांव है जो छः माह से लगातार हो रही भीषण वर्षा के पानी से आई बाढ़ में डूबी हुई है।सबसे बड़ी बात तो यह है आजादी के 75 वा वर्ष बीत गया,लोगो को सड़क तक नही है।हम बात करते है धर्मपुरजाफर पंचायत के जिरात गांव दलित बस्ती की जहा कई माह से यह गांव बाढ़ के चपेट में है। लोग कमर भर पानी मे हेलकर आने जाने को विवश है।सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि इस गांव में सड़क भी लोगो को नसीब नही,गांव से दो किलोमीटर की दूरी पर इनका बूथ है ये गांव के लोग आखिर मतदान करने जायेगे कैसे।ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।नेता से लेकर अधिकारी तक कोई पूछने तक नही गए,कई लोग बाढ़ के पानी से बीमार हो गए,कितने लोगो की मजदूरी बन्द है।गांव में लगभग 50 से 60 घर है।गुरुवार को गांव के एक बृद्ध ब्यक्ति बीमार पर गए लोग खाट लेकर कंधा पर रख कमर भर पानी हेलकर अस्पताल ले गए,दूर्भाय रहा कि उनकी अकस्मात मृत्यु हो गई।ग्रामीण पानी मे हेलकर उनके शव दाह संस्कार के लिए ले जाने को मजबूर हुए। गांव के समाज सेवी बिनय कुमार भगत,रणधीर कुमार, मनसाद अली ,बिनय भगत ,मंटू कुमार ,लालमोहन राम ,रामनाथ राम ,दीपक कुमार राम , ढुखित राम आदी सैकड़ो ग्रामीणों ने कहा कि हमलोगों को सड़क के नाम पर जनप्रतिनिधियों ने कोवल ठगा है जितने के बाद कोई देखने तक नही आता।बिधायक से लेकर मुखिया तक सड़क निर्माण का आश्वसन दिया ,चुनाव भी सामने है कोई कार्य आज तक नही हुआ।अब किसी के पक्ष में मतदान करने का भी दिल नही करता है।


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