- सिविल सर्जन ने इस पल के लिए विभाग के कर्मचारियों व आमलोगों को दी बधाई:
गया, 22 अक्टूबर।
कोरोना वायरस के खिलाफ देश ने एक सौ करोड़ टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है. इसमें जिला का भी उल्लेखनीय योगदान रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गौरव के इस पल को महसूस करते हुए आमजन तथा सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई दी है. सिविल सर्जन डॉ कमल किशोर राय ने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति में आमजन की सहभागिता और स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों व कर्मियों की पूरी तन्मयता शामिल है और वे बधाई के पात्र हैं. संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पंकज सिंह ने कहा कि इसका पूरा श्रेय विभाग के फ्रंटलाइन वर्कर्स सहित सभी कर्मचारियों को जाता है. वहीं जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रयण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने भी बधाई देते हुए कहा कि टीकाकरण अभियान का यह सफर चुनौतियों से भरा रहा, लेकिन जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के आपसी समन्व्य तथा टीकाकरण कार्यों पर हुई मेहनत के कारण लक्ष्य पूरा किया जा सका है.
कोविड टीकाकरण कार्यों का सीएस ने किया अनुश्रवण:
शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड टीकाकरण अभियान के संचालन में सिविल सर्जन डॉ कमल किशोर राय का विशेष योगदान रहा है. टीकाकरण केंद्रों तक वैक्सीन को ससमय पहुंचाने व टीकाकरण कार्यों का स्वयं अनुश्रवण करते रहे. मॉनिटरिंग कर डाटा कार्यों को समय पर राज्य के अधिकारियों तक पहुंचाया गया. महिलाओं के लिए पिंक बूथ, टीका एक्सप्रेस, 9 टू 9 टीकाकरण केंद्र स्थापना आदि कार्यों में सराहनीय योगदान रहा.
अल्पसंख्यक समुदाय को टीकाकरण के लिए किया प्रेरित:
कोविड टीकाकरण को लेकर जिला में जब अल्पसंख्यक समुदाय में भ्रम था. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी सह कोविड नोडल पदाधिकार डॉ एहतेशामुल हक ने इस चुनौती को स्वीकार किया और स्वयं समुदाय के लोगों तक टीकाकरण से जुड़ी सही जानकारी देने का बीड़ा उठाया. अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घर घर जाकर मुलाकात करते और तथ्यात्मक जानकारी देते. टीकाकरण महाअभियान से पूर्व समुदाय के बुद्धजीवियों तथा मस्जिद के इमाम और प्रतिनिधियों से टीकाकरण कराने की अपील करते. इसका परिणाम यह हुआ कि बड़ी संख्या में लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता आयी और लोग स्वयं टीकाकरण केंद्र पर आने लगे.
कोविड महाअभियान कार्यों का लेते रहते हैं जायज़ा:
कोविड टीकाकरण अभियान को गति देने में संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ पंकज सिंह ने ना सिर्फ विभिन्न केंद्रों पर टीकाकरण कार्यों का अनुश्रवण किया बल्कि गांव गांव जाकर दलित, महादलित, अल्पसंख्यक समुदाय के पुरुषों व महिलाओं को टीकाकरण के लिए प्रेरित करते रहे हैं. विशेष सत्रों व महाअभियानों के अलावा अन्य दिनो में भी स्वास्थ्य केंद्रों पर होने वाले कोविड टीकाकरण का जायजा लेते रहते हैं. टीकाकरण कार्य में लगे स्वास्थ्यकर्मियों को बोझिलता से दूर रखने के लिए उत्साहवर्धन करते हैं. इसका परिणाम यह हुआ है कि लोगों ने स्वेच्छा से टीकाकरण करा रहे हैं.


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