- एक सप्ताह बार ठंड बढ़ने का आसार, धान में नमी होने के कारण बाधित हो जाएगी खरीदारी
- विभाग के पास धान को ड्रायर की नहीं है व्यवस्था
छपरा(सराण)। जिले के सहकारिता विभाग ने किसानों से धान की खरीदारी शुरू करने को लेकर कवायद शुरू कर दी है। इस बार करीब 263 प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति यानि पैक्स ही धान की खरीदारी करेंगे। इसको लेकर जिला सहकारिता पदाधिकारी ने इसबार धान की खरीदारी को लेकर जिले के सभी प्रखंडों को अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किया है। जिलास्तर पर करीब 90 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी को धान की खरीदारी में तेजी लाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। उन्होंने सभी पैक्स एवं व्यापार मंडलों को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप धान की खरीदारी करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि जिले के जो भी पैक्स एवं व्यापार मंडल धान की खरीदारी नहीं करेंगे उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। जानकारों की माने तो करीब एक सप्ताह में ठंड बढ़ने की संभावना है, इस सूरत में अगर धान की खरीदारी में तेजी नहीं लायी गई तो धान में नमी होने के कारण खरीदारी बाधित हो सकती है। हालांकि धान की खरीदारी अभी भी गति नहीं पकड़ पाई है। किसान अपने खेतों से धान की कटनी कर खलिहानों में फसलों को रखे है। ऐसे में समयबद्ध तरीके से धान की खरीदारी की जाती है तो किसानों को आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है। बहरहाल ये देखना बड़ा हीं दिलचस्प होगा कि सहकारिता विभाग किसानों से ससमय धान की खरीदारी करने में कितना कामयाब हो पाती है।
1940 रूपये प्रति क्विंटल हो रही धान की खरीदारी
किसानों से धान की खरीदारी के लिए सहकारिता विभाग ने 1940 रूपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य निर्धारित किया है। इसी मूल्य पर जिले के किसानों से धान की खरीदारी की जा रही है। जानकारी के अनुसार इस बार सामान्य किसानों से करीब 150 क्विंटल तथा बटाईदारों से करीब 50 क्विंटल तक धान की खरीदारी की जाएगी।
29 राईस मिल संचालकों ने कराया रजिस्ट्रेशन
जिले में प्राथमिक कृषि साख सहयोग समिति यानि पैक्सों व व्यापार मंडलों द्वारा धान की खरीदारी के बाद चावल बनाने के लिए राईस मिलों में सप्लाई देने के लिए रजिस्ट्रेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है। जानकारों की माने तो अभी तक जिले के करीब 29 राईस मिल के संचालको ने ही रजिस्ट्रेशन कराया है। सूत्रों कि माने तो जिले में करीब 32 राईस मिल स्थापित है।
विभाग के पास धान को ड्रायर की नहीं है व्यवस्था
जिले में पिछले एक सप्ताह से ठंड का प्रभाव बढ़ने के कारण धान में भी नमी की मात्र में वृद्धि हो गई है। जिससे धान की खरीदारी बाधित है। इसको लेकर डीसीओ ने बताया कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में धान में नमी की मात्रा को मापा गया है। जिसमें 22 से 25 फीसद तक नमी पाई जा रही है। डीसीओ ने बताया कि धान में नमी को संतुलित करने के लिए जिले के पैक्सों के पास ड्रायर करने की व्यवस्था नहीं है। ताकि अधिक नमी वाले धान को ड्रायर से सुखाकर समान्य किया जा सके।
धान बेचने वाले किसानों से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में तेजी लाने का निर्देश
जिले के किसानों को ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन कराने वाले से ही धान की खरीदारी करने का प्रावधान किया गया है। जानकारी के अनुसार जिले के विभिन्न प्रखंडों के करीब 3 हजार किसानों ने ही रजिस्ट्रेशन करा पाये है। इस बावत डीसीओ ने जिले के सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी एवं पैक्सों को किसानों के ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। जानकारी के अनुसार ऑन लाईन रजिस्ट्रेशन में सामान्य किसानों को जमीन का भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, जमीन का रसीद, पहचान पत्र देना है। वहीं बटाईदार किसानों को स्वघोषणा पत्र में बताना होगा कि कितनी जमीन में खेती किये है और कितना उत्पादन हुआ है। इसके साथ बटाईदार किसानों को पहचान पत्र भी देना अनिवार्य है।


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