नई दिल्ली, (एजेंसी)। दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना वायरस के नए वेरिटेंट ओमिक्रॉन भारत में अब पांव पसारता जा रहा है। महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक के बाद देश की राजधानी दिल्ली में ओमिक्रॉन ने दस्तक दी है। दिल्ली में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला है। तंजानिया से दिल्ली आया 37 वर्षीय एक पुरुष ‘ओमिक्रॉन’ से संक्रमित पाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मरीज का इस समय लोक नायक अस्पताल यानी एलएनजेपी अस्पताल में उपचार किया जा रहा है और उसे बीमारी के कुछ ऐसे लक्षण हैं, जिन्हें आम लोग अनदेखा कर देते हैं।
एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने अस्पताल में भर्ती मरीज की बीमारी को लेकर अपडेट दिया है। डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि तंजानिया से आए ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीज के गले में खराश है, उसे काफी कमजोरी है और बदन दर्द कर रहा है। उसने वैक्सीन की दोनों डोज ली थी,जिसकी वजह से उसे मामूली लक्षण हैं और उसकी हालत बहुत खराब नहीं है। वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सूचना दी थी कि दिल्ली में पहला ओमिक्रॉन केस मिला है। अब तक कोविड के लिए कोविड पॉजिटिव पाए गए 17 लोगों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ओमिक्रॉन संक्रमित इस मरीज को भी एलएनजेपी अस्पताल में रखा गया है। हमने उनको अलग से वार्ड में आइसोलेट किया हुआ है।
वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र में 12 नमूने भेजे गए थे। एक नमूने में ओमीक्रोन स्वरूप का संक्रमण मिला है। मरीज भारतीय है और वह कुछ दिन पहले तंजानिया से लौटा था। उन्होंने कहा, ‘मरीज ने पिछले कुछ दिन में किन स्थानों की यात्रा की है, इसका पता लगाया जा रहा है और उसके संपर्क में आए लोगों से संबंधित जानकारी भी एकत्र की जा रही है।’
बता दें कि देश में अब तक ओमिक्रॉन का यह पांचवां मामला सामने आया है। कर्नाटक में ओमिक्रॉन के पहले दो मामले सामने आए। शनिवार को संक्रमण का तीसरा और चौथा मामला गुजरात के जामनगर और महाराष्ट्र के डोंबिवली से सामने आया था। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ओमिक्रॉन वैरिएंट को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रोकने का आग्रह किया था। गौरतलब है कि कोविड -19 के एक नए ओमिक्रॉन वैरिएंट इ.1.1.1.529 के बारे में पहली बार 25 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को सूचित किया गया था। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पहला ज्ञात ओमिक्रॉन वैरिएंट इस साल 9 नवंबर को एकत्र किए गए सैंपल से सामने आया था। 26 नवंबर को, डब्ल्यूएचओ ने नए कोविड-19 वैरिएंट को बी.1.1.529 का नाम दिया, जिसे दक्षिण अफ्रीका में ‘ओमिक्रॉन’ के रूप में पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने ओमिक्रॉन को ‘वैरिएंट आॅफ कंसर्न’ के रूप में वगीर्कृत किया है। म्यूटेंट की खोज के बाद से दर्जनों देशों ने दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं।
More Stories
हर घर दस्तक देंगी आशा कार्यकर्ता, कालाजार के रोगियों की होगी खोज
लैटरल ऐंट्री” आरक्षण समाप्त करने की एक और साजिश है, वर्ष 2018 में 9 लैटरल भर्तियों के जरिए अबतक हो चूका 60-62 बहाली
गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन