राष्ट्रनायक न्यूज।
नगरा (सारण)। जिले के नगरा प्रखंड के बीडीओ प्रशान्त कुमार कोविड-19 से संक्रमित पाये गये है। बीते तीन दिनों से तबियत खराब होने के बाद भी प्रतिदिन कार्यालय के सभी कर्मियों के साथ कार्य कर रहे थे। बुधवार को जब अधिक तबियत बिगड़ी तो स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराया गया, जहां कोविड-19 से संक्रमित आये है। कोविड-19 पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कार्यालय के कर्मियों में दहशत व्याप्त हो गया है। बताया जा रहा है कि सोमवार से हीं बीडीओ की तबियत खराब है। जिसपर अन्य कर्मियों ने जांच कराने की बात कहीं, जिसे नजरअंदाज करते हुए सभी कर्मियों को प्रतिदिन कार्यालय आना अनिवार्य करते हुए कार्य कर रहे थे। जब कोविड-19 से संक्रमित होने की बात सामने आयी तो आनन-फानन में डर अधिकांश कर्मी कार्यालय छोड़कर घर चले गये। जानकारी के अनुसार बीडीओ ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर कोविड-19 संक्रमित होने पर एक सप्ताह के लिए होम आईसोलेशन में जाने की जानकारी दिये है। बीडीओ के होम आईसोलेशन में रहने पर अंचलाधिकारी प्रखंड के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि बीडीओ के कोविड-19 का पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद 50 फीसद अनुपस्थिति के साथ एक दिन बीच कर कार्यालय खोलने के लिए आदेश जारी करते हुए इलाज के लिए पटना चले गये है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में उधर स्वास्थ्य केंद्र में जांच के दौरान पांच लोग भी संक्रमित पाए गए हैं। वहीं इस सबंध में स्वास्थ्य प्रबंधक ओम प्रकाश ने बताया की पांच लोग संक्रमित पाए गए।
कई कर्मियों के साथ कार्य किये है बीडीओ, फिर भी अस्पताल प्रबंधन ने कार्यालय में आकर नहीं किया जांच
नगरा प्रखंड के बीडीओ का कोविड-19 से संक्रमित होने का रिपोर्ट आने के बाद सभी कर्मियों में दहशत व्याप्त है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन द्वारा प्रखंड कार्यालय के अन्य कर्मियों की जांच को लेकर टीम नहीं भेजा गया है। जानकारों की माने तो कोविड-19 संक्रमित होने के बाद बीडीओ के संपर्क में आये सभी कर्मियों का जांच किया जाना चाहिए। लेकिन आश्चर्य की बात है कि अस्पताल प्रबंधन प्रखंड के अन्य कर्मियों का जांच करना उचित नहीं समझा है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर प्रखंड के सभी कर्मियों की जांच की गई, तो कई कर्मी कोविड-19 की जद में आ सकते है।
प्रखंड कार्यालय को नहीं किया गया सेनेटाइज्ड
नगरा बीडीओ के कोरोना संक्रमित होने के बाद भी प्रखंड कार्यालय अनवरत चल रहा है। प्रतिदिन कार्यालय में भीड़-भाड़ हो रही है। इस सूरत में संक्रमण बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार प्रखंड विकास पदाधिकारी के कोविड-19 संक्रमित होने के बाद अभी तक प्रखंड कार्यालय समेत आस-पास के क्षेत्रों को सेनेटाइज्ड नहीं किया गया है।
सरकार के प्रधान सचिव व डीएम के आदेश की अवहेलना कर प्रतिदिन चल रहा कार्यालय, जुट रही भीड़
वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव को लेकर बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव ने गाइडलाइन जारी किया है। जिसके तहत सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों को 50 फिसद उपस्थित के साथ एक दिन बीच कर कार्यालय संचालित किये जाने को लेकर आदेश निर्गत किया गया है। जिसके आलोक में जिलाधिकारी ने जिले के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयो को एक दिन बीच कर 50 फीसद उपस्थिति के साथ कार्यालय खोलने के लिए आदेश जारी किया है। जिसे नजरअंदाज कर नगरा बीडीओ प्रतिदिन सभी कर्मियों एव पदाधिकारियों के कार्य कार्य कर रहे थे। उन्होंने प्रखंड कार्यालय में शत-प्रतिशत उपस्थिति के साथ कार्य संचालित किया जा रहा था। जिससे प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय में भीड़ जुट रही थी। अब बीडीओ के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद दहशत का माहौल व्याप्त है।


More Stories
मुफ्फसिल थानाध्यक्ष का रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल, एसपी ने किया निलंबित, लाइन हाजिर
11 मार्च 2025 को एक दिवसीय नियोजन कैम्प का होगा आयोजन
छपरा शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से जलनिकासी के लिये तैयार किये गये समेकित रूर्बन प्लान के विज़न डॉक्यूमेंट का डीएम ने किया विमोचन