राष्ट्रनायक न्यूज

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फूंक या थूक ?

राष्ट्रनायक न्यूज।

छपरा (सारण)। नीचे की तस्वीर पर जरा गौर फरमाईये। लता जी की मय्यत के सामने फिल्म अभिनेता शाहरुख दुआ के लिये दोनों हाथ उठाए हुए हैं।बगल में उनके प्रावेट सचिव पूजा ददलानी दोनों हाथ जोडे़ हुए प्रार्थना कर रही है। ये तस्वीर भारत की गंगा जमूनी तहजीब की एक खूबसूरत नजा़रा है।लेकिन भाजपा के आई टी सेल वालों के पेट में दर्द हो गयी।भारतीय लोकतंत्र के इन दीमकों को हर वो चीज विचलित कर देती है जिससे कौमी एकता की खुशबू आती है। ज़रा दूसरी तस्वीर देखिये  शाहरुख दुआ पढ़ कर लता जी के पार्थिव शरीर पर फूंक मारते हैं।इस्लाम धर्म में यह मान्यता है कि दुआ पढ़ कर फूंकने से गुनाहें कम या खत्म हो जाती हैं। यह एक धार्मिक विश्वास है। विश्वास करना या नहीं करना हर किसी की व्यक्तिगत मर्जी है। आप ऐसे भी देखते होंगें कि मौलवी दुआ (मंत्र) पढ़ कर किसी जीवित आदमी के शरीर के उस हिस्से पर फुंकते हैं जहाँ तकलीफ होती है। धार्मिक विश्वास है कि इससे तकलीफें दूर हो जाती है।यह भी अपने अपने विश्वास की बात है। भाजपा आई टी सेल वाले अपनी कमतरी से कब बाज आने वाले हैं। सोसल मिडिया पर घटिया अफवाहें उडा़ना शुरु कर दिये कि शाहरुख को देखिये तला जी के पार्थिव शरीर पर थूक रहा है। इसे कहते हैं लाश पर राजनीति  करना।दर असल आई सेल की यह हरकत से लता जी का ही अपमान हुआ।पूरा देश आज उनकी मृत्यु पर गमगीन है। सरकार  राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर रही है और अमन के दुश्मन यहाँ भी हिन्दू मुसलमान की भावना भरकाने से बाज नहीं आ रहे हैं। शाहरुख तो दुआ पढ़ फूंक लगाये लेकिन आज पूरा देश उन नफरत के सौदागरों पर ही थूक रहा है।शर्म ही बात यह है कि भाजपा के किसी नेता ने ऐसी कमतरीन हरकत की अभी तक निन्दा नहीं किया। दीदी आज चली गयीं , कहने वाले मोदी जी भी अपमान करने वालों की तरफ देख कर चुप हैं। क्या ये लोग ऐसा समाज बनाना चाहते हैं जिसमें कदम कदम पर केवल घृणा के ही काँटे बीछे हों और फुहब्बत किसी कोने में बैठ कर सिसकियाँ ले रही हो?

लेखक- अहमद अली।

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