- सही पोषण को लेकर 4 अप्रैल तक आयोजित होंगे विभिन्न कार्यक्रम:
- पखवाड़ा को मिलेगा जन आंदोलन का रूप:
मधेपुरा, 22 मार्च। मंगलवार को सूबे के सभी जिलों में बिहार दिवस के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। वहीं दूसरी तरफ जिले के सभी आंगनबाड़ी केद्रों पर 0 से 6 वर्ष के बच्चों की लंबाई की माप कर पोषण ट्रैकर ऐप पर दर्ज करने का कार्य सेविकाओं एवम् सहायिकाओं के द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि समेकित बाल विकास सेवाएं के तत्वावधान में राष्ट्रीय पोषाहार मिशन के तहत जिले में 21 मार्च से पोषण पखावाड़ा शुरू किया गया है, जो 4 अप्रैल तक चलेगा। आई. सी. डी. एस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मो कबीर ने बताया कि पोषण पखवाड़ा में एनीमिया व कुपोषण से बचाव को लेकर पोषण ट्रेकर एप के माध्यम से बच्चों की लंबाई एवं वजन माप, नृत्य, महिला संगोष्ठी, हेल्थ चेकअप, बालिकाओं व गर्भवती महिलाओं के पोषण आदि के बारे जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय, समाज कल्याण विभाग, बिहार के द्वारा पत्र जारी कर सभी जिलों को आदेश दिया गया है । आदेश में कहा गया है कि 21 से 27 मार्च तक “स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा” को स्थगित कर दिया गया है। साथ ही 21 मार्च से 4 अप्रैल तक भारत सरकार के निर्देश के अनुरूप “पोषण पखवाड़ा” आयोजित करने का निर्देश दिया गया है।
पोषण पखवाड़ा के दौरान दो विषयों पर ध्यान रहेगा केंद्रित:
मो कबीर ने बताया कि पखवाड़ा के दौरान दो विषयों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया गया है। इसमें स्वस्थ्य बच्चे की पहचान कराने एवम् स्वस्थ भारत के पारंपरिक एवम् आधुनकि संसाधनों के एकीकरण को शामिल किया गया है। आयोजित हो रहे पखवाड़े के दौरान प्रथम सप्ताह में 0 से 6 वर्ष के सभी बच्चों के वृद्धि निगरानी यानी बच्चे की लंबाई एवम् उंचाई की माप कर पोषण ट्रैकर एप में दर्ज किया जा रहा है। वहीं पखवाड़ा के दूसरे सप्ताह के दौरान जल संरक्षण में महिलाओं की भूमिका, एनीमिया का प्रबंध एवम् रोकथाम एवं स्वस्थ माता एवम् बच्चों के लिए परंपरागत खाद्द सामग्री का प्रचार प्रसार कर समुदाय को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा।
पोषण पखवाड़ा को एक जन-आंदोलन का रूप दिया जाएगा:
राष्टीय पोषण अभिमान की जिला पोषण समन्वयक अंशु कुमारी ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में ठिगनेपन, अल्प पोषण, कम वजन के बच्चों के जन्म तथा किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं तथा बच्चों में रक्त की कमी को दूर करना है। उन्होंने बताया कि इसी कड़ी में चार अप्रैल तक विशेष पोषण पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है, जिसको एक जन-आंदोलन का रूप दिया जाएगा। इस पखवाड़े के दौरान लोगों में कुपोषण व एनीमिया से बचाव को लेकर आयोजित होने वाली गतिविधियों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। बताया कि पखवाड़े के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि कुपोषण को खत्म करने के लिए विभाग द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत सार्थक प्रयास किया जा रहा है।
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