- भूखे पेट, खाली खाता, गायब थाली! मिड डे मील का राशन और पैसा बना भ्रष्टाचार का अड्डा
पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। इंसान को जीने के लिए जो बुनियादी चीजें चाहिए उनमें से एक हैं भोजन, अच्छा भरपेट भोजन मिले इसके लिए सरकार के द्वारा मिड डे मील योजना की शुरुआत की गई तो लगा कि स्कूलों में भोजन मिले इससे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए इससे अच्छा क्या हो सकता है जिससे बच्चा स्वस्थ रहें, तंदुरुस्ती के साथ आगे बढ़ें,दिमागी रूप से सक्षम बने और देश की प्रगति में योगदान दें। पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय छपिया छाप में मिड डे मील योजना बंद हैं तों बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य की आशा नही की जा सकती है। कोरोना काल के कारण दो वर्ष तक प्रारंभिक स्कूलों में भौतिक रूप से मिड डे मील नहीं बन रहा था। सरकार ने फिर से सभी संचालित प्रारंभिक स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने का निर्देश जारी किया गया। लेकिन,सारण जिले के मशरक प्रखंड के अरना पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय छपिया छाप में अभी भी एमडीएम योजना के तहत मिड डे मिल योजना बंद पड़ी है। मामले में विधालय प्रधान अभय किशोर ने बताया कि विधालय में एमडीएम योजना के तहत मिड डे मील बनानें वाला बर्तन चोरी कर ली गई है उसी के तहत योजना बंद पड़ी है वही मामले में जिला से लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जानकारी दे दी गई है। मामले में सोमवार को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डॉ वीणा कुमारी ने बताया कि विद्यालय से बर्तन चोरी कर ली गई है जिसमें विधालय प्रधानाध्यापक के द्वारा मशरक थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गयी हैं वही बच्चों के बीच चावल बांटने का मार्गदर्शन प्रधानाध्यापक के द्वारा मांगा गया है जिसमें आवश्यक कारवाई की जा रही है।


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