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मध्यप्रदेश: गुना की यह तस्वीर, बच्चों की गोद में बाप की नहीं हैं, भारत की मरी हुई आत्मा और जनता की है

मध्यप्रदेश: गुना की यह तस्वीर, बच्चों की गोद में बाप की नहीं हैं, भारत की मरी हुई आत्मा और जनता की है

 

मध्य प्रदेश के गुना जिले में दलित दंपति के खिलाफ पुलिस की बर्बर कार्रवाई ने चौहान सरकार की बर्बरता को पोल खोल दिया है। दलित दंपति से जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची पुलिस टीम ने बुलडोजर से फसल नष्ट कर दिया। फिर बर्बर तरीके से पीटा। अतिक्रमण करने के आरोप में स्थानीय प्रशासन द्वारा दंपति की खड़ी फसल उनके सामने ही बुलडोजर से नष्ट किया जा रहा था, जिसके बाद पीड़ित राजकुमार अहिरवार (38) और उनकी पत्नी सावित्री (35) ने कीटनाशक खा लिया। स्थिति बिगड़ने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया।  प्रशासन का आरोप है कि दंपति ने सरकारी कॉलेज के लिए आरक्षित 45 बीघा जमीन पर अतिक्रमण किया था लेकिन दंपति के संबंधियों का कहना है कि अहिरवार ने यह जमीन गब्बू पारधी से लीज़ पर ली थी और सोयाबीन की खेती के लिए कर्ज भी लिया था। हालांकि घटना के बाद जो तस्वीरें सामने आयी है, वों सचमूच विचलित कर देने वाली है। आखिर ये  सरकार एवं ऑफिसर कैसा भारत का निर्माण करना चाहते है।

गुना का यह तस्वीर देखिए। पुलिस की मार खाने और कीटनाशक दवा पी लेने के बाद अपने पिता को गोद में लेकर चीखते बच्चों से आपकी आत्मा नहीं परेशान होती है तो आप इस लोकतंत्र के मरे हुए नागरिक हैं। आप एक लाश है। वैसे मुर्दा कहने और कहलाने से भी आपको फ़र्क़ नहीं पड़ता।

राम कुमार अहिरवार और सावित्री देवी ने तीन लाख का लोन लेकर एक खेत में फसल उगाई । जब फसल बोई गई और उगाई गई तब क्या किसी ने नहीं देखा? इनके साथ किसी ने सरकारी ज़मीन बताकर धोखा किया तो कार्रवाई उस पर होनी थी या इन गरीब पर? कोई दूसरा रास्ता नहीं था हटाने का? हर काम बर्बरता से ही क्यों ?

खड़ी फसल पर जे सी बी मशीन चलाई गई। राम कुमार ने रोका तो नहीं माने। कीटनाशक पी ली। बचाने के लिए राम के भाई आगे आए तो पुलिस लाठियाँ मारने लगी। उनके बच्चे अपने पिता को गोद में लेकर बिलख रहे हैं। इन बच्चों को भी गालियाँ दी गई हैं। राम कुमार और सावित्री देवी ज़िंदा हैं। दोनों को पुलिस ने बुरी तरह मारा है। प्रियंका दुबे ने लिखा है कि पुलिस ने महिला के कपड़े फाड़ने की भी कोशिश की है।

यह भी जानकारी है कि जिस भू माफिया ने इन्हें किराये पर दी थी वो भी अनुसूचित जाति का है। तो उस पर सीधे कार्रवाई नहीं होनी थी? प्रशासन क्या कर रहा था जब वह किसी गरीब से पैसे लेकर सरकारी ज़मीन किराए पर दे रहा था?

 

गुना में दलित दंपति की बर्बर पिटाई मामले में छह पुलिसकर्मी सस्पेंड

मध्य प्रदेश के गुना जिले में दलित दंपति के खिलाफ पुलिस की  बर्बर कार्रवाई मामले में एक सब इंस्पेक्टर और दो महिला कॉन्स्टेबल सहित छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है।
इससे पहले बुधवार को गुना जिले के कलेक्टर एस. विश्वनाथन और पुलिस अधीक्षक तरुण नायक को सस्पेंड कर दिया था।

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