- कालाजार की जांच एवं उपचार सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर मुफ्त उपलब्ध:
- कालाजार उन्मूलन के लिए सिंथेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव जरूरी
- छिडकाव दल का करें सहयोग, केयर इंडिया कर रहा है सहयोग
राष्ट्रनायक न्यूज।
सहरसा (बिहार)। आज से जिले में कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम के तहत जिले में कालाजार उन्मूलन सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में केयर इंडिया भी सहयोग कर रहा है । जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार ने बताया कालाजार एक गंभीर बीमारी है। समय रहते पूर्ण उपचार नहीं करने पर इससे मृत्यु संभव है। यह बीमारी मादा बालू मक्खी के काटने से फैलती है। स्वास्थ्य विभाग इस रोग से आम-जन को सुरक्षित रखने के लिए कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम चला रहा है। हालांकि कालाजार मरीजों की संख्या साल दर साल कम होती जा रही है। इस वर्ष अभी तक जिले में मात्र 15 मरीज ही पाये गये हैं। जो स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले से चलाये जा रहे कालाजार उन्मूलन कार्यक्रमों का ही परिणाम है।
कालाजार की जांच एवं उपचार जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बिलकुल मुफ्त उपलब्ध है:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार ने कहा कि जिले में पाये गये उक्त सभी कालाजार पीडितों का पूर्ण इलाज एकल खुराक एमबीसोम द्वारा किया गया है। इतना ही नहीं राज्य सरकार द्वारा कालाजार मरीजों को पूर्ण उपचार पर 6600/- रुपये तथा केन्द्र सरकार की तरफ से 500/ रुपये श्रम क्षतिपूर्त्ति के रूप में देने का प्रावधान है। कालाजार की जांच एवं उपचार जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बिलकुल मुफ्त उपलब्ध है।जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने कहा कालाजार उन्मूलन के लिए जरूरी है कि हम बालू मक्खी की संख्या को नियंत्रित कर सकें। इसके लिए सरकार द्वारा वर्ष में दो बार सिंथेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव किया जाता है। जिले में इस बार कालाजार के विरुद्ध यह छिडकाव 17 जून से आरंभ किया गया है और ये अभियान15 जुलाई तक चलेगा। केयर इंडिया की डीपीओ नसरीन बानो ने बताया जिला अंतर्गत सभी प्रंखडों में कालाजार प्रभावित गांवों में कार्य योजना के अनुसार सिं थेटिक पायरेथॉयराइड का छिडकाव किया जायेगा। इस छिडकाव की कुल लक्षित आबादी 258935 है। वहीं घरों की संख्या 51117 एवं यह जिले के 42 राजस्व गांवों में आता है।
छिड़काव के लिए जब कोई दल आपके पास आए तो उनको पूर्ण सहयोग प्रदान करें :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ रवीन्द्र कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा सिंथेटिक पायरेथॉयराइड छिड़काव के लिए जब कोई दल आपके पास आए तो उनको पूर्ण सहयोग प्रदान करते हुए अपने घरों के भीतर जैसे- सोने का कमरा, रसोई, बैठक, पूजा घर, गौशाला इत्यादि के पूरे दिवालों पर इसका छिडकाव अवश्य करवायें और आस-पास के लोगों को भी इसका छिडकाव कराने के लिए प्रेरित करें। 15 या 15 से अधिक दिनों से बुखार होने पर छिड़काव दल को अवश्य बताएं ताकि छूपे हुए कालाजार संभावित रोगियों की पहचान कर उचित इलाज समय रहते किया जा सके।
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