- शून्य से पांच वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को दी गयी पोलियो की खुराक
- पड़ोसी देशों में पोलियो के मामले के बाद चलाया गया पोलियो अभियान
- वृहस्पतिवार 23 जून को जिला में समाप्त हुआ पोलियो उन्मूलन अभियान
राष्ट्रनायक न्यूज।
औरंगाबाद (बिहार)। जिला में पोलियो उन्मूलन अभियान 23 जून को समाप्त हो गया. इस अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दी गयी. सभी प्रखंडों में स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से घर घर जाकर चिन्हित बच्चों को पोलियो से बचाव के लिए खुराक दी गयी. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद ने बताया नवजात शिशुओं में विकलांगता का एक प्रमुख कारण पोलियो है. हाल के दिनों में पाकिस्तान व अफगानिस्तान आदि देशों में पोलियो के मामले आने के बाद पुन: अभियान का चलाया जाना जरूरी समझा गया. पोलियो की खुराक पिलाये जाने के साथ साथ इसके संबंध में लोगों को जागरूक किया गया है. अभियान के दौरान प्रतिदिन संध्या में पोलियो अभियान की समीक्षा की गयी ताकि इस आयुवर्ग का कोई बच्चा खुराक से वंचित नहीं रह सके. प्रखंडों के सामुदायिक तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा सभी बच्चों को पल्स पोलियो खुराक देना सुनिश्चित कराया गया.
अभियान में लगाये गये 939 हाउस—टू—हाउस टीम:
डीआइओ ने बताया पोलियो उन्मूलन अभियान के तहत जिला में तीन लाख 92 हजार 251 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया था. पोलियो उन्मूलन अभियान में 939 हाउस टू हाउस टीम लगायी गयी थी. वहीं 160 ट्रांसिट टीम को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, हाट—बाजार तथा अन्य ऐसी जगहों पर तैनात किया गया था जहां पर वे इस आयुवर्ग के बच्चों को पोलियो खुराक दे सकें. वहीं इस कार्य में 24 मोबाइल टीम तथा एक स्वास्थ्यकर्मी वाली 17 टीम लगायी गयी. पोलियो उन्मूलन अभियान का 346 सुपरवाइजर द्वारा अनुश्रवण किया गया. डीआइओ ने बताया सदर प्रखंड में 32566 बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने का लक्ष्य रखा गया था. औरंगाबाद शहरी क्षेत्र में 18723, बारूण में 28971, दाउदनगर में 27746, देव प्रखंड में 26178,गोह में 31831, हसपुरा प्रखंड में 22240,कुटुंबा प्रखंड में 30128, मदनपुर प्रखंड में 36864, नबीनगर प्रखंड में 43515, ओबरा में 33851, रफीगंज में 59638 बच्चों को पोलियो खुराक के लिए चिन्हित किया गया था. वहीं वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा पोलियो की खुराक पिलाये जाने के अनुश्रवण कार्य किया गया है. साथ ही दवाओं के सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करने के लिए कोल्ड चेन मैनेजमेंट सुचारू रूप से काम कर रहा है, यह सुनिश्चित किया गया. छुटे हुए बच्चों को चिन्हित कर मॉप अप राउंड भी चलाया जायेगा.
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