पंकज कुमार। राष्ट्रनायक न्यूज।
चेहरा कला (वैशाली)। रामविलास पासवान भारतीय दलित राजनीति का वह नाम है जो भारत की राजनीति में वर्षों तक प्रासंगिक रहेगी। उन्होंने तात्कालिक दलितों की बद्तर हालत को देखकर वे पुलिस अधिकारी की नौकरी छोड़ राजनीति में आए और संसद में दलितों की मजबूत आवाज बन उनके हक की लड़ाई लड़ी। ये बाते चेहरा कला प्रखंड के ताल सेहान में भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्म भूषण रामविलास पासवान जी के जयंती समारोह में अंबेडकर विकास मंच के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर कुमुद ने कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत समिति सदस्य रवि भूषण कुमार ने किया जबकि संचालन वार्ड सदस्य विनोद पासवान ने किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में रविभूषण कुमार ने कहा कि दलित समाज को शिक्षित होकर अपने हक को प्राप्त करना ही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मौके पर उपस्थित लोगों ने स्वर्गीय राम विलास पासवान के तेल चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।लोगो ने राज्य सरकार से मांग की ऐसे दलितों पिछड़ों की आवाज रामविलास पासवान जी की प्रतिमा विधानमंडल परिसर में लगाई जाए। इस अवसर पर दीपक कुमार, आदित्य राज, अमन कुमार, राजीव भूषण, शंकर पासवान, प्रदीप पासवान, राजेंद्र बैठा, गणेश राम, शकल पासवान, पप्पू कुमार, जालंधर पासवान आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। धन्यवाद ज्ञापन वार्ड पंच सरिता देवी ने किया।
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