- बीडीओ और एमओ की जांच, डीलर और खरीदारी करने वाला पर हुई प्राथमिकी
- खाद्यान जप्त कर गोदाम प्रबंधक के हवाले, दुकानदार की हुई गिरफ्तारी
- मुकदमा दर्ज होने के बाद डीलर हुआ फरार, अधिकारियों के निर्देश पर की जा रही है कार्रवाई
राष्ट्रनायक न्यूज।
नगरा (सारण)। प्रखंड के कादीपुर गांव में रविवार को पीडीएस की दुकान में खाद्यान कालाबाजारी को लेकर दो जनवितरण के दुकान को सीज कर दिया गया। जिसका संचालन डीलर भोला साह करते थे तथा उनके पड़ोसी के पास भी खाद्यान का 26 पॉकेट यानी 12.48 क्विंटल चावल जब्त किया गया। वहीं जांच के बाद डीलर के पास से लगभग 600 पॉकेट खाद्यान उठाकर गोदाम शाखा प्रबंधक के नगरा के जिम्मे लगा दिया गया। बताते चले कि रविवार को उक्त डीलर की खाद्यान कालाबाजारी करने का फोटो और वीडियो किसी ने जिले के अधिकारी के मोबाइल पर डाल दिया। जिले से मिले निर्देश के आलोक में बीडीओ प्रशांत कुमार और एमओ रंजीत कुमार राणा ने संयुक्त रूप से उस डीलर के दोनों दुकान तथा उसके पड़ोसी किराना दुकान की जांच किया और अधिकारियों द्वारा भौतिक सत्यापन के बाद पीडीएस दुकान में काफी ज्यादा मात्रा में खाद्यान पाया गया। उसके पड़ोसी किराना दुकानदार दीपू साह की दुकान में पीडीएस का 26 पॉकेट चावल जब्त किया गया।
इस मामले को लेकर दुकानदार पर नामजद प्राथमिकी हुई है दर्ज:
एमओ ने इस घटना काे लेकर डीलर और किराना दुकानदार पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है तथा उन्होंने यह भी बताया कि डीलर के गोदाम में कुल 142 क्विंटल चावल व 156 क्विंटल गेंहूू मिला, जो लगभग पांच क्विंटल चावल व 36.52 क्विंटल गेंहूू मशीन से दर्ज डाटा के अनुसार अधिक पाया गया। जिसको बाद में वरीय अधिकारियों के निर्देश पर गोदाम के सभी खाद्यान को जब्त कर लिया गया और नगरा के सहायक गोदाम प्रबंधक को सौंप दिया गया।
फरार डीलर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी है जारी:
एमओ ने यह भी बताया कि उक्त डीलर के पास दो पीडीएस संचालित हो रहा था, दूसरा बगल के ही डीलर का रद्द पीडीएस दुकान को टैग किया गया था। इस संबंध में ओपीध्यक्ष शिवनाथ राम ने बताया कि कांड संख्या 276 / 22 के आलोक में त्वरित कार्रवाई करते हुए किराना दुकानदार 25 वर्षीय दीपू कुमार को गिरफ्तार कर लिया व फरार डीलर की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की बात बताई जा रही है।
सारण में उर्वरक विक्रेताओं ने फर्जीवाड़ा कर एक ही किसान के नाम पर सैकड़ों बोरा खाद उठाव कर बेचा:
जिले में किसानों को रसायनिक खाद उपलब्ध कराने को लेकर 612 उर्वरक विक्रेताओं को कृषि विभाग से अनुज्ञप्ति यानी लाईसेंस दिया गया है। सभी दुकानों पर पीअाेएस मशीन लगाया गया है। अभी तक साढ़े पांच हजार बाेरा से अधिक बिक्री की गई है। जहां किसानों के आधार कार्ड को पीअाेएस मशीन से मैच कर खाद दिया जाता है। लेकिन इन लाइसेंसधारी उर्वरक विक्रेताओं ने फर्जीवाड़ा कर एक ही किसान के नाम पर करीब 120 बोरा यूरिया समेत अन्य रसायनिक खाद उठाव कर कालाबाजारी कर दिया। जिले के 10 प्रखंडों के 30 दुकानदारों का फर्जीवाड़ा सामने आय। इस पर जिला कृषि पदाधिकारी ने फर्जीवाड़ा करने वाले 30 दुकानदारों का लाइसेंस रद्द कर दिया था।
उर्वरक विक्रेता रुपए की लालच में करते हैं कालाबाजारी, किसानों की समस्या को लेकर नहीं देता है कोई ध्यान, हाेती है भारी परेशानी
कृषि विभाग के टैग उर्वरक कंपनी अधिक खादों की बिक्री करने को लेकर स्कीम चलाती है और अपने प्रोडक्ट को अधिक बिक्री के लिए दुकानदारों को प्रलोभन भी देती है। जिसके लालच में आकर अनुज्ञप्तिधारी विक्रेता कालाबाजारी को बढ़ावा देने लगते है। जानकारों की माने तो उर्वरक कंपनी के अभिकर्ता दुकानदारों के पास जाकर अपने कंपनी के खाद का अधिक ब्रिक्री करने के लिए प्रलोभन देते है, जिस पर दुकानदार कम समय में अधिक रुपए कमाने की लालच में खाद की खरीदारी करने वाले किसानों का पीअाेएस मशीन में आधार से मैच कराकर किसानों के जरूरत से अधिक खाद के पॉकेट का इंट्री कर कालाबाजारी करते है। आपकों बता दें कि खादों की कलाबाजरी को लेकर या तो कभी लोग अधिकारियों को सूचना नहीं देते या परेशान हो कर बैठ जाते है। जिससे दुकानदार अपनी मनमानी करने लगते है। जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा