राष्ट्रनायक न्यूज

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ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन सारण जिला इकाई की बैठक जूम एप पर संपन्न

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन सारण जिला इकाई की बैठक जूम एप पर संपन्न

  • सरकार से विभिन्न मांगों को लेकर ए आई एस एफ का सोशल मीडिया पर एक सप्ताह चलेगा मुहिम

राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।

छपरा (सारण)। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन सारण जिला इकाई की बैठक जूम एप पर बैठक आयोजित की गई जिस बैठक की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष अविनाश उपाध्याय ने किया। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने एक स्वर में वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या व बदहाल सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था और छात्र- युवाओं की समस्याओं पर गंभीर चिंता व्यक्त की। बैठक को संबोधित करते हुए राज्य उपाध्यक्ष राहुल कुमार यादव ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण बिहार सहित पूरे देश में बहुत तेजी के साथ बढ़ते मरीजों के बीच बिहार सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, केंद्र व बिहार सरकार की सभी तैयारियों की पोल खुल चुकी है। केंद्र व बिहार सरकार द्वारा तैयारियों और आम जनता को सुविधाएं पहुंचाने में बस खानापूर्ति की गई है। सरकार के स्तर पर उचित मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण आम जनता को इतनी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इतनी भयंकर बीमारी के बाद भी केंद्र व राज्य सरकार आम जनता के स्वास्थ्य व जीवन के प्रति गंभीर नहीं है। एक तरफ बिहार सहित पूरे देश की जनता मिलकर भूख, तंगहाली के बीच करोना की लड़ाई लड़ रही है और दूसरी तरफ केन्द्र व बिहार सरकार चुनावी रणनीति बनाने व वर्चुअल रैली में व्यस्त है। जिसका नतीजा यह है कि अब एनडीए गठबंधन के बड़े-बड़े नेता भी कोरोना संक्रमण के शिकार होने लगे हैं। अस्पतालों में कोरोनावायरस टेस्टिंग की रफ्तार बहुत धीमी है। पूरे बिहार में लगभग 12 करोड़ की आबादी है जिसमें अब तक मात्र पांच लाख लोगों की जांच हो पाई है, जो काफी चिंताजनक है। केंद्र एवं राज्य सरकार को मिलकर जांच संख्या की रफ्तार तेज करनी चाहिए थी लेकिन केंद्र एवं राज्य सरकार के उदासीन रवैया के कारण अब तक जांच रफ्तार की स्थिति जस का तस है। जांच रफ्तार धीमी होने के कोरोना संक्रमितों की जो चेन बनती जा रही है उन संक्रमित लोगों की भी जांच नहीं हो पा रही है। ऐसे में अब स्थिति यह है कि जांच रफ्तार धीमी होने एवं सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था के कारण, उचित सुविधाएं नहीं मिलने के कारण कोरोना योद्धा डॉक्टर, नर्स, पुलिसकर्मी सहित अन्य इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। बिहार के लगभग सभी जिलों में ओपीडी सेवाएं बंद है। प्रथम लॉकडाउन से लेकर अब तक निजी क्लीनिक पहले से ही बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में आम से खास तक को छोटी से बड़ी बीमारी होने पर इलाज कराने के लिए बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक की कई लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच छात्र- युवाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र व राज्य सरकार छात्र-युवाओं की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है। एआईएसएफ के साथियों द्वारा कई स्तरों पर छात्र-युवाओं की समस्याओं को लेकर आंदोलन चलाए गए लेकिन सरकार गूंगी और बहरी बन बैठी है।

बिहार सहित पूरे देश की जनता के बीच त्राहिमाम मचा हुआ है।

वहीं राज्य-पार्षद अमित नयन ने कहा एआईएसएफ बिहार राज्य परिषद् के राज्यव्यापी आह्वान पर छात्रा-युवाओं की समस्याओं को लेकर पूरे बिहार में एक सप्ताह तक सोशल मीडिया के प्लेटफार्मों पर एक मुहिम चलाई जाएगी। स्पीक-अप-बिहार और इसके माध्यम से सरकार व जन-जन तक छात्र- युवाओं के सवालों को पहूंचा, सरकार के स्तर पर सभी समस्याओं का समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा।

हमारे मांग के इस मुहिम में शामिल होंगे:

  • 23 जुलाई– सभी बड़े निजी अस्पतालों का अधिग्रहण कर स्वास्थ्य सेवा का राष्ट्रीयकरण करो–रेलवे व सार्वजनिक क्षेत्रों का निजीकरण बंद करो
  • 24जुलाई–6 महीने का स्कूल फी/रूम रेंट/बिजली बिल–EMI माफ करो-सिलेबस कटौती वापस लो-बिजली बिल बिहार में सबसे अधिक क्यों?
  • 25जुलाई – डॉ. कफील खान-वरवरा राव सहित सभी राजनीतिक बंदियों को रिहा करो। कल्याणी-तन्मय को बिना शर्त रिहा करो–पूसु अध्यक्ष मनीष यादव को रिहा करो–सेडिशन व यूएपीए जैसे काले कानूनों को खत्म करो
  • 26जुलाई- कोरोना अवधि में परीक्षा पर रोक लगाओ–बिहार में अभी चुनाव नहीं लोगों की जान बचाओ,काम के 12 घंटे करने पर रोक लगाओ।
  • 27 जुलाई–सभी को इंटरनेट युक्त लैपटॉप-मोबाइल–टैबलेट मुहैया कराओ–भगत सिंह रोजगार गारंटी कानून लागू करो
  • 28–घर लौटे मजदूरों को बिहार के अंदर काम दो–नए उद्योग स्थापित करो-10 हजार बेरोजगारी भत्ता दो-बाढ़ व जलजमाव का स्थायी इंतजाम करो, प्रभावित इलाकों में राहत अभियान तेज करो
  • 29 जुलाई–बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर रोक लगाओ–बेगूसराय के विक्रम-संतोष हत्याकांड के दोषियों को न्याय दो-कानपुर बालिका गृह कांड के दोषियों को सजा दो,आदि।