मशरक:: बाढ़ से घिरे गांव में गर्भवती की बिगड़ी तबीयत, थानाध्यक्ष ने एनडीआरएफ के सहयोग से पहूंचाया अस्पताल
पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनाक प्रतिनिधि।
मशरक (सारण)सारण जिले के मशरक प्रखंड के चांद कुदरिया, कर्ण कुदरिया,बहरौली गांवों में गोपालगंज जिले में गंडक नदी का बाध टूटने से आई बाढ़ से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग घरो को छोड़ हाइवे किनारे सड़कों पर रहने को मजबूत हो गए हैं। इसी बाढ़ के बीच राहत व बचाव कार्य के दौरान मशरक थानाध्यक्ष ने एनडीआरएफ की टीम के साथ मिलकर मानवीय संवेदना को दिखाते हुए एक गर्भवती महिला को पीएचसी पहुंचाया। मामला ह्रदय को झकझोरने वाला हैं। उफनते बाढ़ के पानी से घिरे गांव में प्रसव वेदना से छटपटा रही एक गर्भवती महिला को थानाध्यक्ष ने एनडीआरएफ की टीम को रात्रि में बोट पर लाकर हाइवे सड़क पर पीएचसी से एम्बुलेंस सेवा से बुलाकर भेजा गया। रात के घनघोर अंधेरे में एनडीआरएफ की टीम ने बोट से गांव से गर्भवती महिला को जब बाहर लाकर पीएचसी भेजा गया तों सभी अधिकारियों ने राहत की सांस ली। खबर के मुताबिक मशरक के कर्ण कुदरिया, चांद कुदरिया पंचायत में बाढ़ राहत व बचाव कार्य के दौरान एनडीआरएफ की बटालियन को लगाया गया है। उसी समय प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना मिली कि सिवरी गांव में उपेन्द्र कुमार गुप्ता की पत्नी दिप्ती देवी गर्भवती हैं, जिसको पहला बच्चा होने वाला है। जो गांव में अंधेरे में प्रसव पीड़ा से छटपटा रहीं हैं। सूचना मिलते ही प्रशासानिक अमले ने थानाध्यक्ष को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा ने एनडीआरएफ की टीम के साथ रेस्क्यू बोट लेकर अंधेरे में गांव पहुंच गये और प्रसव पीड़ित महिला के परिजनों के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर भेजने की व्यवस्था कराईं। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ एस के विद्यार्थी ने बताया कि गर्भवती महिला स्वस्थ्य हैं।


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