संजय कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
बनियापुर (सारण)। वर्षो से थाने में जब्त वाहनों की नीलामी नहीं होने से जहाँ एक ओर दर्जनों वाहन सड़ने के कगार पर है। वही सरकारी खजाने को भी लाखो रूपए राजस्व की क्षति हो रही है। बताया जाता है की, जब्त वाहन के स्वामी अगर छः महीने के अंदर आवश्यक कागजात प्रस्तूत कर देते है तो, न्यायालय के आदेश के आलोक में वाहन को मुक्त किया जा सकता है। या फिर कोर्ट के आदेश पर नीलामी की प्रक्रिया के तहत जब्त वाहनों की नीलामी होती है, जिससे प्राप्त राशि को कोषागार में जमा कराया जाता है, जिससे राजस्व में बृद्धि होती है। इधर सैकड़ो की संख्या में जप्त दो पहिया वाहन और कई चार पहिया वाहन देख-रेख के अभाव में थाना परिसर में कई वर्षो से पड़े-पड़े सड़ गये तो कुछ सड़ने के कगार पर पहुँच गये है, मगर अब तक बिभागिये स्तर पर कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया।
वाहनों पर उग आए है, जंगल- झाड़:
रख रखाव के अभाव में थाना परिसर में वाहनों पर जंगल झार उग आए है। जब्त किए गए वाहन कानूनी जटिलताओं की वजह से थानों में पड़े- पड़े बर्बाद हो रहे हैं।वाहनों की भरमार की वजह से थाना परिसर का पिछला हिस्सा कबाड़खाने में तब्दील हो गया है। थानों में सड़ने वाले वाहनों में दोपहिया वाहनों की संख्या अधिक है। तेज धूप और बरसात की मार झेल रहे अधिकांश वाहन खराब हो चुके हैं। मालूम हो कि समय-समय पर पुलिस द्वारा अभियान चलाकर अवैध वाहनों को पकड़ा जाता है।जिससे लगातार जब्त वाहनों की संख्या में इजाफा होते जा रहा है। वही शराब के कारोबार में शामिल वाहन भी काफी संख्या में पकड़े जाते है।
फ़ोटो (जर्जर स्थिति में बनियापुर थाना परिसर में पड़े वाहन)।


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