पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में संतान के दीर्घायु व आरोग्य होने की कामना को ले महिलाओं ने श्रद्धापूर्वक जीवित पुत्रिका व्रत रखा। इस कठिन व्रत के लिए कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। ज्ञात हो कि जीवित पुत्रिका व्रत में महिलायें निर्जला उपवास रख ईश्वर से अपने संतान के लिए मंगलकामना करती है। इस व्रत के ले क्षेत्र में खूब उत्साह देखने को मिला। जीवित पुत्रिका व्रत साल के आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इसी कड़ी में आज रविवार को इस पर्व के अष्टमी तिथि की शाम में इलाके के मंदिरों और घरों में महिलाएं अपने पुत्रों की दीर्घायु और सुखमय जीवन की कामना को पौराणिक भजनों के साथ विधिवत पूजा-अर्चना करती नजर आई।बताया जाता है कि तीज की तरह ही जिउतिया व्रत में भी मां बिना आहार के निर्जला रख कर मनाया जाता है।यह पर्व तीन दिनों तक महिलाएं मनाती हैं। सप्तमी तिथि को नहाए खाए के बाद अष्टमी तिथि को महिलाएं अपने बच्चों के सुख, समृद्धि और उन्नति के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और इसके बाद नवमी तिथि यानी कि अगले दिन व्रत का पारण कर व्रत को महिलाएं समाप्त करती हैं।
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